लखनऊ के बलरामपुर अस्पताल में आउटसोर्स कर्मचारी ने सुपरवाइजर पर वसूली का आरोप लगाया है। वार्ड ब्वाय को सुरक्षाकर्मी बनाने की धमकी देकर 40 हजार रुपये लेने का मामला सामने आया जिसके बाद अस्पताल प्रशासन ने जांच कमेटी गठित की और सुपरवाइजर को पद से हटाया। बलरामपुर प्रदेश का सबसे बड़ा जिला अस्पताल है जहाँ रोजाना हजारों मरीज आते हैं।
बलरामपुर अस्पताल में आउटसोर्स कर्मचारी ने सुपरवाइजर पर वसूली का आरोप लगाया है। वार्ड ब्वाय पद पर तैनात कर्मी को सुरक्षाकर्मी बनाने की धमकी देकर 40 हजार लेने का मामला सामने आने के बाद अस्पताल प्रशासन ने जांच के लिए कमेटी गठित की है।
साथ ही आउटसोर्स सुपरवाइजर को पद से हटा दिया गया है। बलरामपुर प्रदेश का सबसे बड़ा जिला अस्पताल जहां, कुल 756 बेड पर मरीजों की भर्ती होती है। यहां रोजाना चार-पांच हजार रोगियों की ओपीडी होती है। अस्पताल में करीब दो हजार आउटसोर्स कर्मचारी तैनात हैं।
वार्ड ब्वाय प्रमोद कुमार बाजपेई का आरोप है कि आउटसोर्स एजेंसी का सुपर वाइजर मुकेश जोशी और गजानंद मिश्र पैसे के लिए दबाव बना रहे हैं। कहा कि 40 हजार दो अन्यथा वार्ड ब्वाय से हटाक र सुरक्षाकर्मी बनवा दूंगा। मैंने 40 हजार रुपये दे दिए। इसके बाद भी परेशान किया जा रहा है।
सूत्रों के मुताबिक, सुपरवाइजर इसके पहले भी कई आउटसोर्स कर्मचारियों पर वसूली का दबाव बना चुका है। इस मामले में अस्पताल प्रशासन भी कार्रवाई करने में हिलाहवाली करता है। इस संबंध में निदेशक डा. कविता ने बताया कि सुपरवाइजर को हटा दिया गया है





