अवधनामा संवाददाता
आजमगढ़। कला संगम गिरिडीह, झारखंड द्वारा आयोजित अखिल भारतीय बहुभाषी नाटक एवं लोक नृत्य ,शास्त्रीय नृत्य समारोह प्रतियोगिता, स्थान सवेरा सिनेमा हॉल गिरिडीह मे 10 फरवरी से 12 फरवरी तक सम्पन्न हुआ। इस समारोह मे 12 राज्यों के प्रतिभागियों ने हिस्सा लिया। जिनमें प्रमुख रूप से दिल्ली, झारखंड, हिमाचल प्रदेश, ओडिशा, उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश शामिल थें। इस अखिल भारतीय प्रतियोगिता में उत्तर प्रदेश से हुनर संस्थान आजमगढ़ का 22 सदस्यीय दल सुनील दत्त विश्वकर्मा के नेतृत्व मे प्रतिभाग किया। 3 दिन तक चले इस प्रतियोगिता के विभिन्न वर्गों में हुनर संस्थान के हुनरबाजो ने अपने हुनर का परचम लहराते हुए 10 राष्ट्रीय पुरस्कारों पर कब्जा जमाया। संस्थान के सचिव सुनील दत्त विश्वकर्मा को नाटक एवं नृत्यों के संवर्धन हेतु राष्ट्रीय स्तर पर कार्य करने के लिए दिगंबर जैन स्मृति राष्ट्रीय पुरस्कार से सम्मानित करते हुए ष्नाट्य श्रीष् की मानद उपाधि से विभूषित किया। संस्थान के कलाकारों द्वारा रामायण पर आधारित नृत्य नाटिका ष् मेरे राम जी आए ष् ने सभी का मन मोह लिया और समारोह में श्रेष्ठ नृत्य नाटिका के पुरस्कार से सम्मानित किया गया। समूह नृत्य मे हुनर के कलाकारों ने जनपद का नाम रोशन करते हुए लोक नृत्य व शास्त्रीय नृत्य में प्रथम पुरस्कार पर अपना कब्जा जमाया। नृत्य के व्यक्तिगत स्पर्धा में सेमी क्लासिकल व क्लासिकल मे मनन पांडे ने प्रथम, लोक नृत्य में रिमझिम प्रजापति ने प्रथम व करन सोनकर ने द्वितीय स्थान प्राप्त किया। युगल में रोशनी यादव उत्कर्ष चैहान ने प्रथम तथा हर्ष व गोपाल ने द्वितीय स्थान प्राप्त किया। रंग यात्रा में प्रथम पुरस्कार तथा कैंप फायर में मनन पांडे का उत्कर्ष चैहान को प्रथम पुरस्कार मिला। इस दल मे कमलेश सोनकर, आशीष चैहान, करन सोनकर,मनन पाण्डेय, खूशी गोंड, खुशबू पटवा, रिशीता यादव, आस्था दुबे, सुकन्या पाठक, राज पासवान, सत्यम, रौशनी यादव, उत्कर्ष, प्रवेश सरोज, विवेक सहित सभी सदस्य शामिल थें। हुनर संस्थान के कलाकारों की इस सफलता पे डॉ. पीयूष यादव, रमाकांत वर्मा, राजेंदर यादव, अजेंद्र राय, अभिषेक जायसवाल दीनू ने बधाई दिया।