झांसी। भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद्– भारतीय चरागाह एवं चारा अनुसंधान संस्थान, झाँसी में 05 दिवसीय प्रशिक्षण “चारा बीज उत्पादन, प्रसंस्करण एवं भण्डारण” (17 -21 फरवरी) का उद्घाटन संस्थाननिदेशक डॉ पंकज कौशल की अध्यक्षता एवं राष्ट्रीय डेरी विकास बोर्ड के उप महाप्रबंधक डॉ राजेश कुमार शर्मा के मुख्य आतिथ्य में किया गया। यह प्रशिक्षण विभिन्न राज्यों के 29 चारा विकास अधिकारियोंएवं प्रबंधकों के लिए आयोजित किया जा रहा है जिसे राष्ट्रीय डेरी विकास बोर्ड एवं विभिन्न डेरी सहकारिता संस्थाएं प्राजोजित कर रही हैं। प्रशिक्षण की रूपरेखा पर जानकारी देते हुए अध्यक्ष, मानव संसाधनइकाई डॉ के के द्विवेदी ने बताया की इस प्रशिक्षण में प्रतिभागियों को चारा बीज उत्पादन, प्रसंस्करण एवं भण्डारण से सम्बंधित समस्त तकनीकियों एवं जानकारियों से अवगत कराया जायेगा साथ ही उन्नत चाराउत्पादन से पशुधन उत्पादकता को बढ़ाने पर भी व्याख्यान आयोजित होंगे। राष्ट्रीय डेरी विकास बोर्ड के उप महाप्रबंधक ने अपने उद्बोधन में चारा बीज उत्पादन एवं उपयोग से सम्बंधित समस्याओं से अवगत करातेहुए प्रशिक्षणार्थियों की प्रशिक्षण आवश्यकताओं को दोहराया एवं चारा विकास अधिकारियों के क्षमता विकास हेतु आवश्यक मुख्य बिंदु प्रशिक्षकों से साझा किया। अध्यक्षीय उद्बोधन में संस्थान निदेशक नेप्रतिभागियों की चारा सम्बंधित समस्याएं सुनते हुए उन्हें चारा एवं चारा बीज के क्षेत्र में नवाचार हेतु सुझाव दिया एवं लाभकारी पशुपालन हेतु चारा के महत्व को रेखांकित करते हुए प्रतिभागियों को उन्नत चारातकनीक अपनाने पर जोर दिया। कार्यक्रम के उदघाटन सत्र में परियोजना समन्वयक, विभागाध्यक्षों, विभिन्न वैज्ञानिक एवं तकनीकी कर्मचारियों की उपस्थिति रही। इस प्रशिक्षण कार्यक्रम का समन्वयन डॉ एमएम दास, डॉ गौरेन्द्र गुप्ता, डॉ शशिकुमार, डॉ अविजित घोष, दीपक चौधरी कर रहे हैं।
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