मध्यप्रदेश पर्यटन बोर्ड ने गुरुवार को नई दिल्ली स्थित मध्य प्रदेश भवन में पर्यटन की नई पेशकशों और उत्पादों पर संक्षिप्त सत्र का आयोजन किया। सत्र में प्रदेश के वन्य-जीव पर्यटन, विरासत पर्यटन, आध्यात्मिक पर्यटन और साहसिक पर्यटन से जुड़े उत्पादों पर चर्चा की गई। सत्र में ट्रैवल एजेंट्स, टूर-ऑपरेटर्स, होटल व्ययसायी, पर्यटक और मीडिया जगत के व्यक्तियों ने भाग लिया।
सत्र का संचालन मध्यप्रदेश पर्यटन बोर्ड की अतिरिक्त प्रबंध संचालक बिदिशा मुखर्जी ने किया। सत्र के अंत में उन्होंने प्रश्नोत्तर और सुझावों के माध्यम से पर्यटन की पेशकशों को अधिक आकर्षित बनाने का प्रयास किया।
सत्र के दौरान प्रतिभागियों ने उज्जैन के महाकाल लोक, सलकनपुर के देवी लोक, छिंदवाड़ा के हनुमान लोक तथा ओरछा के रामराजा लोक सहित आध्यात्मिक पर्यटन के अन्य उत्पादों पर विस्तृत चर्चा की। मध्यप्रदेश के संग्रहालयों, होम-स्टे उत्पादों, विशिष्ट खाद्य उत्पादों, कला और शिल्प तथा वार्षिक उत्सवों जैसे चंदेरी महोत्सव, कूनो वन महोत्सव, गांधी सागर वन रिट्रीट, जल महोत्सव, आदि के बारे में भी दृश्य-श्रव्य माध्यम से जानकारी दी गई।