अवधनामा संवाददाता
बांदा। बांदा कृषि एवं प्रौद्योगिक विश्वविद्यालय, बांदा के अर्न्तगत संचालित कृषि विज्ञान केन्द्र, बांदा पर ‘‘पर ड्राप मोर क्राप माईक्रोइरीगेशन, योजनार्न्तगत उद्यान विभाग द्वारा प्रायोजित एक दिवसीय कृषक प्रशिक्षण आयोजित किया गया। जिसमें जनपद के 06 विकास खण्डों के 60 कृषकों/कृषक महिलाओं ने प्रतिभाग किया। कार्यक्रम में केन्द्र के अध्यक्ष डा0 श्याम सिंह ने जल संरक्षण हेतु विभिन्न सस्य क्रियाओं पर जोर डालते हुये वर्षा के जल के संरक्षित करने के लिये कृषकों को प्रेरित किया साथ ही टपक सिंचाई एवं स्प्रिंकलर सिंचाई पद्धति से फसलों की गुणवत्ता में होने वाली बढोत्तरी से सभी को अवगत कराया।
इस अवसर पर जिला उद्यान अधिकारी राजेन्द्र कुमार ने कृषक हित में उद्यान विभाग द्वारा चलायी जा रही योजनाओं के बारे में सभी को अवगत कराया। जनपद के प्रगतिषील कृषक श्री राम सिंह कछवाह निवासी बांदा, श्री अखिलेष्वर निवासी मुरवल एवं श्री जयकरन यादव निवासी बजरंगपुरवा ने उद्यान विभाग की योजनाओं से लाभान्वित होकर अपने अनुभवों को सभी कृषकों से साझा किया। कार्यक्रम में डा0 मंजुल पाण्डेय ने फलों एवं सब्जीयों में लगने वाले कीट एवं रोगों के लिये एकीकृत प्रबन्धन हेतु सभी को प्रेरित किया साथ ही प्राकृतिक खेती अपनाकर फसलों की उत्पादकता, गुणवत्ता एवं शुद्ध आय बढाने के लिये सभी को प्रेरित किया। केन्द्र के पशुपालन के विशेषज्ञ डा0 मानवेन्द्र सिंह ने केन्द्र की योजनाओं के बारे में विस्तारपूर्वक चर्चा की। केन्द्र की कृषि प्रसार विशेषज्ञ डा0 दीक्षा पटेल ने कृषि में सूचना संचार तकनीकी का प्रयोग के बारे में बताया। इस अवसर पर प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि की 13वीं किस्त जारी करने पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के कृषक संवाद व उदबोधन का सजीव प्रसारण सभी कृषकों को दिखाया गया। कार्यक्रम को सफल बनाने में डा0 प्रज्ञा ओझा, ई0 अजीत कुमार निगम एवं कमल नारायण बाजपेयी का महत्वपूर्ण योगदान रहा।