अवधनामा संवाददाता
ललितपुर। अज़ीम सूफ़ी सन्त हज़रत जलालुद्दीन रहमतुल्लाह अलैहि की जेल चौराहा ललितपुर के पास स्थित दरगाह पर अजीमुस्सान क़ौमी एकता मुशायरे व कव्वाली प्रोग्राम का आयोजन दिनांक 12 व 13 मई 2024 को किया जा रहा है। मुशाइरे के कन्वीनर ज़हीर ललितपुरी व असर ललितपुरी ने बताया कि उक्त मुशायरे में देश विदेश में मशहूर शाइर तशरीफ ला रहे हैं।
तमाम हिन्दुस्तान के सूफी सन्तों की तरह बुन्देलखण्ड के सूफी सन्तों के मज़ारों पर 31 मार्च से हज़रत बाबा सदनशाह रहमतुल्लाह के उर्स से शुरू होकर साल भर ख़ासकर अप्रेल मई और जून में उर्स के आयोजन होते हैं। गंगा जमुनी तहज़ीब के प्रतीक इन उर्स के कायक्रमों में सभी धर्मों के लोग बहुत अकीदत के साथ हिस्सा लेते हैं। इसी कड़ी में अज़ीम सूफ़ी सन्त हज़रत जलालुद्दीन रहमतुल्लाह अलैहि की जेल चौराहा ललितपुर के पास स्थित दरगाह पर पचासवें उर्स समारोह की शुरूआत 12 मई को चादर पोशी से होगी।
चादर पोशी के बाद रात्रि में मुशायरे का आयोजन होगा जिसमें मशहूर शाइरा शबीना अदीब कानपुर, जौहर कानपुरी, जमील ख़ैराबादी, ऐन मीम कौसर बुलंद शहर, अब्दुल जब्बार शारिब झांसी, चांदनी पाण्डे कानपुर, अनवर अमान आगरा, अयाज़ औरैया, हर्षित मिश्रा लखनऊ, अबरार दानिश मौदहा व स्थानीय शाइर अपना कलाम पेश करेंगे। मुशायरे की निज़ामत (संचालन) मन्नान फराज़ जबलपुर करेंगे। 13 मई की रात को मशहूर और मारूफ कव्वाल चांद कादरी अपना कलाम पेश करेंगे व 14 मई की सुबह कुल शरीफ की फातिहा के साथ समापन होगा।