उरई(जालौन)। सदर विधायक गौरीशंकर वर्मा ने एक प्रेसवार्ता के माध्यम से बताया कि उरई नगर को स्मार्ट सिटी के रूप में विकसित किया जाएगा। उन्होंने बताया कि यह योजना आने वाले वर्षों में शहर की तस्वीर बदलने का काम करेगी और नागरिकों को बेहतर सुविधाएं उपलब्ध होंगी।
विधायक वर्मा ने बताया कि विधानसभा के बजट सत्र 2025-26 के दौरान उन्होंने उरई नगर को नगर निगम का दर्जा दिलाए जाने की मांग सरकार के समक्ष रखी थी। उन्होंने कहा कि इस मांग पर गंभीरता से विचार करते हुए अब उरई को स्मार्ट सिटी के लिए चयनित किया गया है, जो पूरे जिले के लिए एक बड़ी उपलब्धि है। उन्होंने इस निर्णय को जिले के सर्वांगीण विकास की दिशा में एक “मील का पत्थर” बताया।
उन्होंने कहा कि स्मार्ट सिटी योजना के अंतर्गत उरई में कई बुनियादी सुविधाओं का विस्तार किया जाएगा। शहर की प्रमुख सड़कों के किनारे सुंदर फुटपाथ बनाए जाएंगे, बच्चों के लिए आधुनिक पार्क विकसित किए जाएंगे, वहीं चाक चौराहे और अन्य प्रमुख स्थानों का सौंदर्यीकरण किया जाएगा। साथ ही, यातायात व्यवस्था को भी बेहतर बनाने पर विशेष जोर दिया जाएगा।
विधायक वर्मा ने कहा कि सरकार का उद्देश्य है कि नागरिकों को एक साफ-सुथरा, सुविधाजनक और तकनीकी रूप से उन्नत शहरी वातावरण प्रदान किया जाए। स्मार्ट सिटी योजना के तहत डिजिटल सेवाएं, बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं, जल आपूर्ति, सीवेज प्रबंधन और ठोस कचरा निपटान जैसी महत्वपूर्ण व्यवस्थाओं को आधुनिक स्वरूप में बदला जाएगा।
उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि उनका अगला प्रयास जालौन नगर पालिका को भी स्मार्ट सिटी योजना में शामिल कराने का होगा। इसके लिए वे संबंधित विभागों से संपर्क बनाए हुए हैं और जनप्रतिनिधियों तथा आम जनता का सहयोग भी मांगेंगे।
विधायक ने कहा कि सरकार का फोकस अब छोटे शहरों को भी स्मार्ट और आत्मनिर्भर बनाने की ओर है, जिससे न केवल लोगों का जीवन स्तर सुधरेगा बल्कि रोजगार के नए अवसर भी उत्पन्न होंगे। उन्होंने नगर वासियों से आह्वान किया कि वे इस विकास कार्य में प्रशासन और जनप्रतिनिधियों का सहयोग करें ताकि उरई को एक आदर्श स्मार्ट सिटी के रूप में स्थापित किया जा सके।
इस अवसर पर नगर पालिका के अधिकारी, पार्टी कार्यकर्ता एवं स्थानीय नागरिक भी उपस्थित रहे, जिन्होंने इस निर्णय का स्वागत किया और विधायक के प्रयासों की सराहना की।