Thursday, August 7, 2025
spot_img
HomePolitical'SIR' पर संग्राम में चुनाव आयोग के खिलाफ 11 अगस्त को विपक्ष...

‘SIR’ पर संग्राम में चुनाव आयोग के खिलाफ 11 अगस्त को विपक्ष का विरोध मार्च, विपक्ष बनाएगा रणनीति

बिहार में मतदाता सूची के विशेष पुनरीक्षण के खिलाफ विपक्षी दलों का विरोध मार्च अब 11 अगस्त को होगा। झामुमो नेता शिबू सोरेन के निधन के कारण तारीख बदली गई है। विपक्षी आईएनडीआईए गठबंधन के सांसद और नेता संसद भवन से चुनाव आयोग के दफ्तर तक मार्च करेंगे। राहुल गांधी की ओर से 7 अगस्त को विपक्षी नेताओं की रात्रि भोज बैठक होगी जिसमें आगे की रणनीति पर चर्चा होगी।

बिहार में मतदाता सूची के विशेष सघन पुनरीक्षण (SIR) के खिलाफ संसद से सड़क तक संग्राम कर रहे विपक्षी दलों का चुनाव आयोग के मुख्यालय तक विरोध मार्च अब सात की जगह 11 अगस्त को होगा।

झामुमो नेता शिबू सोरेन के निधन के कारण आठ अगस्त की जगह अब अगले सोमवार को विपक्ष का यह विरोध मार्च निकलेगा। विपक्षी आईएनडीआईए गठबंधन के सांसद और तमाम नेता संसद भवन के सामने विजय चौक से ‘वोटबंदी’ के खिलाफ अशोक रोड स्थित चुनाव आयोग के दफ्तर तक विरोध मार्च निकालेंगे।

7 अगस्त को विपक्ष की बैठक

हालांकि बिहार मतदाता सूची पुनरीक्षण पर चर्चा के लिए लोकसभा में नेता विपक्ष राहुल गांधी की ओर से विपक्षी आईएनडीआईए गठबंधन के शीर्ष नेताओं की सात अगस्त को बुलाई गई रात्रि भोज बैठक पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार होगी।

इस बीच संसद में SIR पर चर्चा की मांग को लेकर जारी गतिरोध का हल निकालने की सत्ता पक्ष की ओर से अब तक पहल नहीं किए जाने का मुद्दा उठाते हुए भी विपक्षी खेमा सरकार को जिम्मेदार ठहराने की अपनी तैयारियों में जुट गया है।

बड़ी लड़ाई की दिशा होगी निर्धारित

आईएनडीआईए में शामिल दलों के सूत्रों ने बताया कि बेशक बिहार में मतदाता सूची पुनरीक्षण के गंभीर विषय पर चर्चा से इनकार कर रही सरकार संसद में गतिरोध के लिए जिम्मेदार है और शीर्ष विपक्षी नेता इस मसले पर आगे की बड़ी लड़ाई की दिशा निर्धारित करेंगे।

खासकर यह देखते हुए कि बिहार के बाद पश्चिम बंगाल समेत देश के अन्य राज्यों में चुनाव आयोग सघन पुनरीक्षण के बहाने बड़ी संख्या में वंचित, पिछड़े, गरीब और अल्पसंख्यक मतदाताओं को मतदाता सूची से बाहर कर रहा है।

राज्यसभा में कांग्रेस के मुख्य सचेतक जयराम रमेश ने इस बारे में टिप्पणी करते हुए साफ कहा कि वोट चोरी जैसे गंभीर सवाल खड़े कर रही SIR पर संसद में नहीं तो कहां चर्चा होगी और जिस तरह सरकार इस पर बहस से भाग रही उससे साफ है कि वह चुनाव आयोग का बचाव करने की कोशिश कर रही है।

SIR पर बहस की मांग

उनके सरकार की बचाव की कोशिशें इशारा कर रही कि चुनाव आयोग के साथ कुछ अंदरूनी सांठगांठ का खेल चल रहा है। ऑपेरशन सिंदूर पर चर्चा के बाद से ही विपक्षी दल लगातार चुनाव आयोग के SIR अभियान पर बहस की मांग कर रहे हैं।

लेकिन चुनाव आयोग के संवैधानिक संस्था होने की दलील देते हुए सरकार बहस की मांग को खारिज कर रही है।इसके मद्देनजर ही राहुल गांधी की विपक्षी नेताओं के लिए बुलाई गई रात्रि भोज बैठक अहम मानी जा रही है। सात अगस्त को नेता विपक्ष के नए आधिकारिक आवास पांच सुनहरी बाग रोड पर इस भोज बैठक का आयोजन है।

उपराष्ट्रपति पद के लिए विपक्ष का उम्मीदवार

विपक्षी नेता इस बैठक में उपराष्ट्रपति चुनाव के लिए भी अपनी रणनीति पर गहन मंत्रणा करेंगे। उपराष्ट्रपति पद के लिए नौ सितंबर को चुनाव कराए जाने की घोषणा के बाद ही विपक्षी आइएनडीआइए के दलों ने अपने संयुक्त उम्मीदवार को मैदान में उतारने के साफ संकेत दे दिए थे।

RELATED ARTICLES

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here

- Advertisment -spot_img
- Advertisment -spot_img
- Advertisment -spot_img
- Advertisment -spot_img

Most Popular