अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय के पुस्तकालय एवं सूचना विज्ञान विभाग ने साप्ताहिक व्याख्यान श्रृंखला के अंतर्गत “21वीं शताब्दी की आधुनिक टेक्नालोजीः लाइब्रेरी सेवाओं को सुदृढ़ करने की आवश्यकता” विषय पर एक आनलाईन व्याख्यान का आयोजन किया।
व्याख्यान प्रस्तुत करते हुए प्रोफेसर दिनेश के० गुप्ता (पुस्तकालय एवं सूचना विज्ञान विभाग, कुरूक्षेत्र विश्वविद्यालय, हरियाणा) ने कहा कि डिजिटल क्रांति ने पुस्तकालय विज्ञान को पूरी तरह से बदल दिया है और सूचना संचार और प्रौद्योगिकी (आईसीटी) के माध्यम से उपभोक्ताओं को नई जानकारी उपलब्ध कराई जा रही है। इसके साथ ही बेहतर सेवा वितरण संभव हो गया है। उन्होंने कहा कि पुस्तकालय व्यवसायियों के समक्ष नई टेक्नालोजी से स्वयं को लैस करने की चुनौती है तथा वह एनएफसी, क्यूआर कोड, इलेक्ट्रोनिक डिस्प्ले सिस्टम, नेत्रहीनों के लिए स्कैन मार्कर एयर, ड्रोन द्वारा पुस्तकों की डिलीवरी सहित नई तकनीकों से स्वयं कों सक्षम बनाने की आवश्यक्ता है।
इससे पूर्व विभागाध्यक्ष प्रोफेसर एम० मासूम रज़ा ने कहा कि पुस्तकाल्यों की व्यवस्था में आनलाईन लाइब्रेरी प्रबन्धन प्रणाली ने काफी सहायता की है तथा इससे नई चीज़ों को सीखना आसान हुआ है।
वेबिनार श्रृंखला के समन्वयक डा० मुज़म्मिल मुश्ताक ने कहा कि आईसीटी में नए बदलाव दिन-प्रतिदिन सामने आ रहे हैं तथा पुस्तकालय विशेषज्ञों को उन्हें सीखना चाहिए ताकि वे उपयोगी और सार्थक बनें और ज्ञान अर्जन करने वालों को बेहतर सेवाएं प्रदान कर सकें।