AMU : ”पीपुल एक्सेस टु हेल्थकेयर विदाउट प्रोस्पेक्ट्स आफ फाईनेनशियल हार्डशिप्स” विषय पर आनलाइन आयोजन

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अलीगढ़ 10 नवंबरः अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी के यूनानी मेडिसिन संकाय तथा इंडियन इंटिगरेटेड कम्यूनिटी हेल्थ एसोसिएशन (आईआईसीएचए) एवं सिमनन इम्पीरियल गिल्ड (एसआईजी) के सहयोग से आईआईसीएचए की दूसरी राष्ट्रीय ई-संगोष्ठी का ”पीपुल एक्सेस टु हेल्थकेयर विदाउट प्रोस्पेक्ट्स आफ फाईनेनशियल हार्डशिप्स” विषय पर आनलाइन आयोजन किया गया।
डा० जुगल किशोर (अध्यक्ष, आईआईसीएचए और निदेशक, सामुदायिक चिकित्सा विभाग, वीएम मेडिकल कॉलेज तथा सफदरजंग अस्पताल, नई दिल्ली) ने अपने स्वागत भाषण में चिकित्सा देखभाल के लिए वित्तीय सहायता के संबंध में विभिन्न सरकारी नीतियों पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि लोगों को शिक्षित करने के लिए उचित जागरूकता अभियान की आवश्यकता है ताकि वे इस तरह की सरकारी नीतियों से लाभान्वित हो सकें।
मुख्य अतिथि श्री जी एस प्रियदर्शी (आईएएस तथा आयुक्त, अलीगढ़ मंडल) ने क्यूरेटिव के बजाय निवारक पहलुओं पर धन के व्यय की आवश्यकता पर जोर दिया। उन्होंने शिक्षाविदों और प्रशासनिक अधिकारियों से समाज के हित के लिए मिलकर काम करने का आग्रह किया। उन्होंने कहा कि यह समाज में हाशिए के लोगों के अधिकतम लाभ के लिए संसाधनों और वितरण तंत्र को एकीकृत करने का समय है।
अपनी अध्यक्षीय टिप्पणी में, एएमयू के कोषाध्यक्ष, पद्मश्री प्रोफेसर हकीम एस जिल्लुर रहमान ने देश के विभिन्न क्षेत्रों में इलाज के विभिन्न तरीकों के महत्व और उनकी उपयोगिता पर चर्चा की।
मुख्य भाषण देते हुए प्रोफेसर एम अतहर अंसारी (पूर्व अध्यक्ष, सामुदायिक चिकित्सा विभाग, एएमयू) ने ”भारत में संक्रमण संबन्धित स्वास्थ्य व्ययः एक अवलोकन” पर बात की। उन्होंने समस्या के विभिन्न पहलुओं पर चर्चा की और उनके लिए समाधान सुझाए।
प्रो खान मोहम्मद कैसर (एमआईजे तिब्बिया कालिज, मुंबई) ने ”पीपुल्स सफरिंग फाइनेंशियल हार्डशिप इन हेल्थकेयर-प्राब्लम्स एंड प्राबेबिल साल्यूशन” और डा० शिव कुमार हार्टी (आल इंडिया इंस्टीट्यूट आफ आयुर्वेद, नई दिल्ली) ने ”कोविद -19 महामारी में सुलभ हेल्थ केयर के लिए आयुर्वेद का योगदान” पर चर्चा की।
इससे पूर्व प्रोफेसर एसएम सफदर अशरफ ने अपने परिचयात्मक संबोधन में कहा कि संगोष्ठी का उद्देश्य शिक्षाविदों को भारत में स्वास्थ्य व्यय से संबंधित समस्याओं और उनके समाधान पर चर्चा करने की सुविधा प्रदान करना है। उन्होंने कहा कि कोविड-19 महामारी के विशेष संदर्भ में विचार-विमर्श से दुनिया भर में लोगों को होने वाली वित्तीय कठिनाइयों को समझने में मदद मिलेगी।
ई-संगोष्ठी में देश के विभिन्न हिस्सों से कई लोगों ने भाग लिया।
संगोष्ठी के अकादमिक सत्र में भाग लेने वाले विशेषज्ञों में प्रोफेसर राकेश भार्गव, प्रोफेसर अतहर अंसारी, प्रोफेसर ए नदीम खान (अलीगढ़), प्रोफेसर जुगल किशोर (दिल्ली), प्रोफेसर खान एम कैसर (मुंबई), प्रोफेसर वीके अग्निहोत्री (हरिद्वार), प्रो केके शर्मा (जयपुर), डा० अरिश एमके शेरवानी (बंग्लोर), डा० एम अकरम, डा० शिवा कुमार हार्टी (दिल्ली) और डा० मोहम्मद उस्मान (इलाहाबाद) शामिल थ।
एएमयू के जे एन मेडिकल कॉलेज के प्रिंसिपल प्रोफेसर शाहिद अली सिद्दीकी ने मानद अतिथि के रूप में संगोष्ठी को संबोधित किया और जेएनएमसी में कैंसर रोगियों के इलाज के लिए उपलब्ध सुविधाओं पर प्रकाश डाला।
इस अवसर पर श्री एस कमरुद्दीन अशरफ (अध्यक्ष, एसआईजी) भी उपस्थित थे। आईआईसीएचए ने जेएनएमसी में मुफ्त इलाज के लिए कुछ रोगियों को गोद लिया। प्रोफेसर ए नदीम खान ने धन्यवाद प्रस्ताव रखा, जबकि डा० अब्दुल अजीज खान ने कार्यक्रम का संचालन किया।

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