सियालदह ईएसआई अस्पताल में आग लगने के बाद एक कैंसर मरीज की मौत का मामला सामने आया है। मृतक के परिजनों का दावा है कि आग से उत्पन्न धुएं के कारण मरीज की तबीयत बिगड़ गई और आखिरकार उसकी मौत हो गई। हालांकि, अस्पताल प्रबंधन ने इस दावे को मानने से इनकार कर दिया है।
शुक्रवार तड़के पांच बजे अस्पताल की दूसरी मंजिल से धुआं निकलते देखा गया। तुरंत दमकल विभाग को सूचित किया गया, जिसके बाद दमकल की 10 गाड़ियां घटनास्थल पर पहुंचीं। दमकलकर्मियों ने करीब 7:40 बजे आग पर काबू पा लिया। इस दौरान अस्पताल के 80 मरीजों को सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया, जिनमें से कुछ को मानिकतला ईएसआई अस्पताल में शिफ्ट किया गया। वहीं, कुछ मरीजों को अस्पताल के भीतर ही सुरक्षित स्थानों पर रखा गया।
हादसे के बाद कई मरीजों को अस्पताल के खुले मैदान में देखा गया। अस्पताल प्रशासन ने कहा कि सभी मरीजों को वापस अंदर लाया जाएगा और जिन्हें दूसरी जगह स्थानांतरित किया गया है, उन्हें भी जल्द वापस लाया जाएगा। लेकिन इस बीच, एक कैंसर मरीज की मौत हो गई। परिवार का कहना है कि धुएं की वजह से मरीज की सांसें बंद हो गईं, जिससे उसकी हालत बिगड़ गई और फिर उसकी मौत हो गई। हालांकि, अस्पताल प्रशासन ने इस दावे को खारिज करते हुए कहा कि मौत की वजह कुछ और हो सकती है लेकिन सांस की दिक्कत से मौत होने की बात स्वीकार नहीं की।