अवधनामा संवाददाता
सोनभद्र शिक्षकों के सम्मान और उनके प्रति आभार ब्यक्त करने के लिये शिक्षक दिवस मनाया जाता है । आंचल कुमारी ने कहा गुरु-शिष्य की परंपरा भारत की संस्कृति का एक अहम और पवित्र हिस्सा है ।जिसके कई स्वर्णिम उदाहरण इतिहास में दर्ज हैं। शिक्षक उस माली के समान है,जो एक बगीचे को अलग अलग रूप-रंग के फूलों से सजाता है।
जो छात्रों को कांटों पर भी मुस्कुराकर चलने के लिए प्रेरित करता है। आज शिक्षा को हर घर तक पहुंचाने के लिए तमाम प्रयास किए जा रहे हैं। शिक्षकों को भी वह सम्मान मिलना चाहिए जिसके वे हकदार हैं। एक गुरु ही शिष्य में अच्छे चरित्र का निर्माण करता है।
विद्यार्थियों और शिक्षक दोनों का ही दायित्व है कि वे इस महान परंपरा को बेहतर ढंग से समझें और एक अच्छे समाज के निर्माण में अपना सहयोग प्रदान करें। इस कार्यक्रम में मुख्य रूप से लायंस क्लब रॉबर्ट्सगंज कोषाध्यक्ष दया सिंह सेक्रेटरी पवन जैन अध्यक्ष अजीत जायसवाल क्षेत्र अध्यक्ष किशोरी सिंह स्कूल के प्रबंधक निरंजन सिंह शिक्षक गण सावित्री ,सुमन श्रीवास्तव ,किरण सिंह, अनुपम ,छाया सिंह ,रंजीत सिंह, आशुतोष चतुर्वेदी ,जयप्रकाश और स्कूल के विद्यार्थी गण उपस्थित रहे।
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