पूर्व संध्या पर महाआरती भक्ताम्मर पाठ के साथ हुई प्रभु आराधना
ललितपुर। नए वर्ष पर जैन धर्मालुओं ने पाश्र्वनाथ नया मंदिर में आचार्यश्री विशद सागर महाराज के प्रभावक शिष्य मुनि विशाल सागर एवं मुनिश्री विभोर सागर महाराज के सानिध्य में प्रथम तीर्थंकर आदिनाथ, भरत बाहुवलि भगवान का महामस्तिकाभिषेक श्रृद्धा और भक्ति के साथ किया। पूर्व संध्या में श्रीभक्ताम्मर पाठ मध्य रात्रि तक हुआ जिसके समापन पर महाआरती कर भक्तों ने नए वर्ष को धर्ममय माहौल में मनाया। बुधवार को सुबह से श्रद्धालुओं ने प्रभु का अभिषेक किया। शान्तिधारा मुनि विशाल सागर महाराज ने कराते हुए धर्म की महिमा बताई। संचालन ब्र.मनोज भैया ने करते हुए नए मंदिर में मुनिपुंगव सुधासागर महाराज के आशीर्वाद से विराजमान भगवान बाहुवलि अतिशयकारी प्रतिमा की महिमा बताई। रात्रिकालीन पाठशालाओं के मंगल कलश का पुण्र्याजन किया। नए मंदिर की वेदिकाओं के महायज्ञनायक यज्ञनायक का चयन किया गया, जिन्हें जैन पंचायत द्वारा प्रतीक चिन्ह के साथ सम्मानित किया। नए वर्ष पर पाश्र्वनाथ जैन अटा मंदिर में आचार्य विशद सागर महाराज ससंघ के सानिध्य में प्रभु अभिषेक शान्तिधारा के अतिरिक्त नगर के अभिनंदनोदय तीर्थ, पाश्र्वनाथ समोवशरण मंदिर, ज्ञानोदय तीर्थ, आदिनाथ बड़ा मंदिर, बाहुवलिनगर में धार्मिक कार्यक्रम प्रभावना पूर्वक हुए। देवेादय तीर्थ देवगढ, सतोदय तीर्थ सेरोन, शान्तोदय तीर्थ सेरोन में बहुतायत संख्या में श्रद्धालुओं ने पहुंचकर नए वर्ष को प्रभुचरणों में मनाया।
Also read