अलम, ताबूत के जुलूस मे सारी रात अकीदतमंदो ने किया नौहां-मातम
डुमरियागंज क्षेत्र के हल्लौर कस्बा स्थित इमामबारगाह हुसैनिया बाबुल से निकाला गया अलम और ताबूत का जुलूस, आयोजित हुई जगह जगह मरसिया मजलिस
डुमरियागंज सिद्धार्थनगर। डुमरियागंज तहसील क्षेत्र के कस्बा हल्लौर स्थित इमामबाड़ा हुसैनिया बाबुल से मोहर्रम की आठवीं पर शुक्रवार की रात हजरत अली अकबर और अली असगर के ताबूत की शबीह का मातमी जुलूस इमामबाड़ा के मुतवल्ली अकबर मेहदी रिज़वी और जुलूस इंचार्ज काजिम मेहदी करबलाई की देख रेख में निकाला गया। जुलूस पूरे कस्बे में नौहा मातम के बीच गश्त करता हुआ शनिवार की सुबह वापस इमामबाड़ा हुसैनिया बाबुल में पहुंचकर समाप्त हो गया।
इस दौरान जगह जगह मर्सिया मजलिस आयोजित की गई। लोगो ने अकीदतमंदों में ठंडे पानी की बोतल, कोल्ड ड्रिंक्स, खाद सामग्री के पैकेट वितरित किए। कार्यक्रम के अंत में मर्सिया मजलिस आयोजित हुई। जिसको हैदरे कर्रार और उनके सहयोगी ने पढ़ा। मजलिस को काजिम मेंहदी करबलाई ने संबोधित करते हुए हजरत इमाम हुसैन के कड़ियल जवान बेटे अली अकबर और मासूम अली असगर की शहादत को बयां किया।
जिसको सुनकर मजलिस में मौजूद अकीदतमंद रो पड़े। जुलूस के दौरान अम्मार हल्लौरी, लाडले, शबबन, तनवीर संजू, आदि ने नौहख्वानी की। इस दौरान हाशिम रिजवी, इरफान कदर, शानू, फरहान, मेराज, कामरान, अब्बास, आबिद, राशिद, खुश्तर, अकबर मेहदी, काजिम मेहदी, नियाज हैदर, मेहदी हसन, बशीर हसन, लकी, अली, अकबर रजा, रज़ा, अहमद रजा मोहम्मद, सज्जाद, फरमान, असगर, सैफ हैदर गुडडू, शब्बीर हसन आदि लोग भारी संख्या मे उपस्थित रहे।