प्रार्थना पत्रों के निस्तारण में पारदर्शिता बरतें अधिकारी- डीएम

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अवधनामा संवाददाता

निस्तारण में लापरवाह लेखपाल व राजस्व निरीक्षक रामकोला पर गिरी गाज

कुशीनगर। जिलाधिकारी उमेश मिश्रा की अध्यक्षता व पुलिस अधीक्षक धवल जायसवाल की उपस्थिति में मंगलवार को तहसील कप्तानगंज के सभागार में संपूर्ण समाधान दिवस का आयोजन किया गया।

जिलाधिकारी ने कहा कि तहसील दिवस के प्रार्थना पत्रों को ग्राम पंचायतों में जाकर अधिकारी/कर्मचारी स्वयं संज्ञान लेते हुए निस्तारण करें तथा ऐसे मामले जिनके निस्तारण में व्यवधान हो उनके सम्बन्ध में अपने उच्च अधिकारियों को अवश्य अवगत कराएं तथा दोनों पक्षों को समझाने का प्रयास करें। प्रार्थना पत्रों के निस्तारण में संवेदनशील रहे। प्रार्थना पत्रों के निस्तारण में लापरवाही क्षम्य नही होगी इसलिए सभी अधिकारी एवं कर्मचारी गुणवत्ता का विशेष ध्यान रखे। इसी क्रम में मनोज यादव पुत्र बद्री यादव निवासी सेमरा द्वारा ग्राम सभा की भूमि गाटा संख्या 120 तथा 121 पर अवैध अतिक्रमण तथा अवैध कब्जादारों के खिलाफ अभी तक उ0प्र0 राजस्व संहिता की धारा 67 की कार्यवाही लेखपाल द्वारा नहीं किए जाने और पूर्व में दिए प्रार्थना पत्रों का गुणवत्तापूर्ण निस्तारण न करने की शिकायत की गई जिस पर जिलाधिकारी द्वारा कड़ी नाराजगी प्रकट की गई तथा उप जिलाधिकारी कप्तानगंज को लेखपाल अजय राव हल्का सेमरा के विरुद्ध चेतावनी पत्र जारी करने तथा कड़ी कार्रवाई करने हेतु निर्देशित किया गया। प्रार्थी बन्हुई देवी पत्नी रामाश्रय बनाम महेंद्र पुत्र रामप्यारे आदि निवासी पकड़ी बंतीर उर्फ सौनहा उ0प्र0 राजस्व संहिता धारा 32/38 के अंतर्गत दर्ज जुलाई 2023 में वाद को विगत लगभग चार-पांच महीने पूर्व में वाद पत्रावली प्राप्ति के उपरांत भी राजस्व निरीक्षक राकेश लाल श्रीवास्तव रा0नि0 क्षेत्र रामकोला द्वारा अभी तक रिपोर्ट नहीं लगाने की शिकायत पर जिलाधिकारी द्वारा अत्यंत रोष व्यक्त किया गया तथा रा0नि0 द्वारा कार्यों में शिथिलता एवं लापरवाही बरतने, काफी लंबे समय तक वाद पत्रावली अपने पास रखने और रिपोर्ट नहीं लगाने पर जिलाधिकारी ने उप जिलाधिकारी कप्तानगंज को निर्देशित किया कि रा0नि0 राकेश लाल श्रीवास्तव के विरुद्ध कड़ी कार्रवाई करने हेतु संस्तुति पत्रावली प्रस्तुत करें। उन्होंने कहा की कोई भी कानूनगो और लेखपाल अपने हल्के में उच्च अधिकारियों के बिना आदेश के कदापि पैमाईश न करें। विवादों को निस्तारित करने के प्रयास करें न कि उसे और विवादास्पद करें। आबादी की भूमि पर भी पैमाईश न करें। ज्यादातर मामले राजस्व में पैमाईश से संबंधित होते है इसलिए राजस्व वादों के निस्तारण में सभी अधिकारी/कर्मचारी सजगता व संवेदनशीलता बरतें और गुणवत्तापूर्ण निस्तारित करने का प्रयास करें।

50 शिकायती पत्रों में से मात्र 5 का हुआ निस्तारण

आयोजित सम्पूर्ण समाधान दिवस में कुल 50 शिकायती प्रार्थना पत्र प्राप्त हुए, जिसमें से राजस्व विभाग के 32 में से 05 को तत्काल निस्तारित कराया गया, पुलिस विभाग से संबंधित 07, विकास विभाग से संबंधित 02, शिक्षा विभाग के 02 तथा अन्य विभाग के 07 प्रार्थना पत्र आए। इस प्रकार कुल 50 में से 05 प्रार्थना पत्र का निस्तारण तत्काल एवं अवशेष 45 प्रार्थना पत्रों को संबंधित विभाग को समया अंतर्गत निस्तारण के निर्देश के साथ सौंपा गया।

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