अवधनामा संवाददाता
प्रयागराज : उत्तर प्रदेश राजर्षि टंडन मुक्त विश्वविद्यालय, प्रयागराज एवं सेमका, नई दिल्ली के संयुक्त तत्वावधान में कैपेसिटी बिल्डिंग प्रोग्राम ऑन कंटेंट डेवलपमेंट यूजिंग ओईआर विषयक त्रिदिवसीय कार्यशाला का बृहस्पतिवार को समापन हो गया। समापन सत्र की अध्यक्षता करते हुए आंतरिक गुणवत्ता सुनिश्चियन प्रकोष्ठ सीका के उप निदेशक प्रोफेसर एस कुमार ने 6कहा कि मुक्त शैक्षणिक संसाधन नीति विश्वविद्यालय की प्रगति के लिए बहुत लाभकारी है। उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय ने ओ ई आर पॉलिसी 2016 में ही बना ली थी, जिसका मौजूदा परिवेश में रिवाइज होना बहुत जरूरी है। विश्वविद्यालय ने कुलपति प्रोफेसर सीमा सिंह के निर्देशन में इस दिशा में तेजी से प्रयास किया है।कुलपति प्रोफेसर सिंह के इन प्रयासों से विश्वविद्यालय के शिक्षकों के अंदर नई आशा का संचार हुआ है। ओ ई आर पॉलिसी में दक्ष होकर वह देश के अन्य विश्वविद्यालयों से बेहतर कर सकते हैं।
मुख्य वक्ता डॉ बरनाली रॉय चौधरी, असिस्टेंट प्रोफेसर, नेताजी सुभाष चंद्र बोस मुक्त विश्वविद्यालय, कोलकाता ने कार्यशाला में मुक्त शैक्षणिक संसाधनों के प्रयोग निर्माण और उपयोग पर विशेष रुप से सभी की सैद्धांतिक और व्यावहारिक जानकारी दी। उन्होंने बताया कि देश और विदेश में किस तरह मुक्त शैक्षणिक संसाधनों का प्रयोग और उपयोग हो रहा है। उन्होंने डिजिटल शैक्षणिक संसाधन इंटरनेट के जरिए ओ ई आर दस्तावेज और ऑडियो वीडियो तथा तस्वीरों को खोजना सिखाया।
प्रश्नोत्तरी फीडबैक और रचनात्मक गतिविधियों के माध्यम से सभी प्रतिभागियों ने मुक्त शैक्षणिक संसाधनों का अपने अपने विषय के मुक्त शैक्षणिक विषय वस्तु का निर्माण किया।
इस अवसर पर प्रोफेसर जे पी यादव, डॉ मीरा पाल, डॉ धर्मवीर सिंह, योगाचार्य अमित सिंह, डॉ संजय सिंह, शिक्षा विद्या शाखा आदि ने विचार व्यक्त किए। संचालन डॉ ज्ञान प्रकाश यादव एवं धन्यवाद ज्ञापन डॉ आर जे मौर्या ने किया। त्रिदिवसीय कार्यशाला की आख्या डॉ गौरव संकल्प एवं डॉ अरविंद कुमार मिश्रा ने प्रस्तुत की।