अवधनामा संवाददाता
बाराबंकी । लाइनपुरवा में मरहूम इफ्तिखार हैदर के अजाखाने से उठने वाला सलाना कदीमी जुलूस सफर अपने रवायती अंदाज में बरामद हुआ। जिसकी मजलिस को आली. जनाब मो. सैयद मोहम्मद रज़ा रिज़वी साहब किब्ला ज़ैदपुरी ने ख़िताब किया, जुलूस का आग़ाज़ तिलावते कलाम पाक से मोहसिन इमाम सल्लामहु ने किया। बादहु अर्श सल्लमहु, हादी सल्लमहु, गाजी इमाम, जाकिर इमाम, शायरे अहलेबैत व अंजुमन गुंन्चए अब्बासिया के साहबे बयाज़ जनाब मुजफ्फर इमाम बाराबंकी बाकर नकवी साहब ,अजमल किन्तूरी साहब उस्ताद शायरे अहलेबैत जनाब कशिश संदीलवी साहब ने अपनी बेहतरीन कलाम पेश कीं। मजलिस के बाद जुलूस अपने क़दीम रवायती अंदाज़ में बारामद हुआ जिसमें आलम ए मुबारक। ताबूते अली अकबर. गहवारे अली असगर. अमारी बीबी जनाबे ज़ैनब और उम्मे कुलसुम की निकली गाई। बादहु शहर बाराबंकी की मशहूर अंजुमन – अंजुमन गुंन्चए अब्बासिया बाराबंकी, के साहबे बयाज कमर इमाम। मुजफ्फर इमाम. रज़ा हैदर. जफर इमाम.ताहिर हुसैन, जाफर इमाम. शुजा अब्बास, जाकिर इमाम ने मिलकार अपने मखसूस अंदाज में मसायबी नौहा पढ़ा। जुलूस के दरमियान मुजफ्फर अब्बास जाफरी और जाकिर इमाम ने भी नौहा ख्वानी की। जुलूस की निज़ामत मशहूर नाजिम कशिश संडेलवी साहब ने अपने मख़सूस अंदाज़ में किया।
जुलूस में मेहमान अंजुमन – मशहूर व मारूफ मातमी दस्ता जैदपुर (एमडीजेड) ने अपने मखसूस अंदाज में नौहा ख्वानी व सीनाजनी की। दौराने जुलूस अंजुमन गुलामे असकरी के साहबे बयाज़ो जनाब अली सज्जाद, जौहर साहब, असगर मेहदी, सलीम साहब ने मसायबी नौहा पेश किया। जुलूस अपने तय शुदा रस्तो लाइनपुरवा से देवा रोड आनंद भवन स्कूल के सामने दुर्गापुरी मोहल्ले होते मो.गुलाम अस्करी हॉल इमामबाड़े में पहुँच कर इखतेतम पज़ीर हुआ। दौराने जुलूस इफ्तेखार अली इंजीनियर साहब और मरहूम एस एम तहज़ीब असकरी के बेटे मौ सैयद जव्वाद असकरी साहब ने चाय वा पानी और शरबत की सबील की।
जुलूस की अलविदाई मजलिस को जाकिरे अहले बैत जनाब अहमद रज़ा साहब ने ख़िताब किया, जुलूस में नज़रे मौला का भी एहतमाम किया गया, जुलूस के संयोजक जनाब अम्मार हैदर सैयद क़मर इमाम* वा खानवादे मरहूम जुल्फेकार हैदर* ने जुमला मोमिनीन वा मोमिनात और तमाम मातमी अंजुमनो का शुक्रिया अदा किया।