अवधनामा संवाददाता
सोनभद्र/बीजपुर । 3000 मेगावाट की स्थापित क्षमता के साथ, एनटीपीसी रिहंद, उत्तर प्रदेश का विशालतम विद्युत संयंत्र है जो ना सिर्फ बिजली उत्पादन कर दुनिया को प्रकाशमान कर रहा है परन्तु विभिन्न कार्यों से आस-पास के क्षेत्रों में लोगों के चेहरों पर मुस्कान भी ला रहा है। एनटीपीसी रिहंद उन सभी संविदाकर्मियों चाहे वो पुरुष हों या महिलाएं, सभी के योगदान को सलाम करता है जो एनटीपीसी रिहंद की प्रेरक शक्ति हैं और उन्होने अपने श्रम से एनटीपीसी रिहंद को शून्य से शिखर तक पहुंचाने में अपना योगदान दिया है।
वर्षों से, एनटीपीसी रिहंद ने न केवल अपने कर्मचारियों की बेहतरी के लिए प्रयास किया है, मगर उन सभी संविदाकर्मियों जिन्होंने राष्ट्र के लिए बिजली के उत्पादन में अंतहीन काम किया है उनके विकास के लिए भी सदैव प्रयासरत है। उनके प्रयासों का सम्मान करने के लिए एनटीपीसी रिहंद ने संविदाकर्मियों के भविष्य को सुरक्षित करने के लिए विभिन्न कार्यक्रम और नीतियां बनाई हैं।
सुरक्षा हमारी सर्वोचय प्राथमिकता है और हम इसके लिए कटिबद्ध है। इस परियोजना को सबसे सुरक्षित परियोजना बनाने के लिए एनटीपीसी रिहंद ने सभी श्रमिकों के सहयोग से विभिन्न योजनाओं के माध्यम से कार्यस्थल पर सुरक्षित वातावरण तैयार किया है।
एनटीपीसी रिहंद हमेशा अपने कर्मचारियों की सुरक्षा के लिए मजबूत तंत्र विकसित करने पर अधिक ध्यान देता है। उक्त लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए, श्रमिकों के साथ सीधे बातचीत के लिए परियोजना प्रमुख की उपस्थिति में मेगा पेप टॉक भी आयोजित कराया जाता है। प्रत्येक मेगा पेप टॉक में, 250-300 से अधिक संविदाकर्मी, कर्मचारी और एनटीपीसी रिहंद के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ बातचीत और संवाद की जाती है। सभी श्रमिकों को व्यक्तिगत सुरक्षा उपकरण प्रदान किए जाते हैं। सभी व्यक्तिगत सुरक्षा उपकरण जैसे सेफ़्टी हेलमेट सेफ़्टी शूज, सभी संविदा कर्मियों को दी जाती है ताकि किसी भी घटना से उनका बचाव हो सके।
एनटीपीसी रिहंद द्वारा सभी श्रमिकों को सुरक्षा प्रशिक्षण दिया जाता है और सभी अनुबंध श्रमिकों का स्वास्थ्य परीक्षण भी किया जाता है जिससे उनके स्वास्थ्य मापदंडों का पता लगाया जा सके।
एनटीपीसी रिहंद द्वारा पास देने से पहले सभी श्रमिकों का स्वास्थ्य परीक्षण कराया जाता है जिससे पता लगता है कि वे कार्य करने हेतु फिट हैं या नहीं उसके पश्चात उन्हें सुरक्षा प्रशिक्षण दिया जाता है और गेट पास इशू किया जाता है। इसके अलावा, एनटीपीसी रिहंद ने अपने कार्यस्थल के सुरक्षा वातावरण में सुधार के लिए अनुबंध कार्यबल के लिए कई पहलें शुरू की हैं। इस तरह की एक पहल में संविदा कर्मियों के लिए एक सप्ताह का कौशल विकास और प्रशिक्षण कार्यक्रम शामिल है जो एफएम, सी एंड आई, इलेक्ट्रिकल, ऑपरेशन, टीएमडी, बीएमडी, ऑफ-साइट, रसायन विज्ञान, एएचएम आदि जैसे विभिन्न विभागों द्वारा किए जाते हैं।
संविदा कर्मियों के कल्याण हेतु संयंत्र परिसर में हर जगह स्वच्छ पेयजल की व्यवस्था की गयी है, गर्मियों में शीतल जल हेतु वॉटर कूलर्स को पूरे संयंत्र परिसर में जगह-जगह पर लगाया गया है I इन जल प्रशीतकों की निश्चित समयावधि पर साफ-सफाई कराई जाती हैI श्रमिकों हेतु विश्राम कक्ष, कैंटीन, शौचालय की सुविधा, आदि भी उपलब्ध हैं। इसके साथ-साथ श्रमिकों के वेतन का समय से भुगतान हो और कारख़ाना अधिनियम के अनुसार सही भुगतान हो यह भी सुनिश्चित किया जाता है।
श्री जाकिर खान अपर महाप्रबंधक (मानव संसाधन) ने कहा कि संविदा कर्मियों के कौशल को बढ़ाने और उन्हें नई तकनीकों के बारे में नियमित रूप से अवगत कराने के लिए समय-समय पर प्रशिक्षण दिया जा जाता है, ताकि वे अपना काम कुशलता से कर सकें। उन्होंने यह भी कहा कि इंटीग्रेटेड गेट पास सिस्टम के माध्यम से संविदाकर्मियों को गेट पास दिया जा रहा है जिससे पास प्रक्रिया के समय में कमी हो सके और श्रमिकों के समय की बचत हो सके। अतः यह स्पष्ट रूप से कहा जा सकता है कि एनटीपीसी रिहंद श्रमिकों के स्वास्थ्य, सुरक्षा, प्रशिक्षण एवं सुविधाओं के लिए सदैव तत्पर हैं और उनकी सहभागिता से नित नए कीर्तिमान स्थापित करने को कटिबद्ध है।