एनएसडीसी ने युवाओं के कौशल विकास में फाइनेंशियल सॉल्यूशन्स के लिए अवांसे फाइनेंशियल सर्विसेज के साथ भागीदारी की

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अवधनामा संवाददाता

यह साझेदारी अगले पांच वर्षों में 8-10 लाख उम्मीदवारों की कौशल आवश्यकताओं को पूरा करेगी
नई दिल्ली: भारत सरकार के कौशल विकास और उद्यमशीलता मंत्रालय के अन्तर्गत नोडल एजेंसी, राष्ट्रीय कौशल विकास निगम (एनएसडीसी) ने भारत की न्यू एज, टेक्निकली एडवांस्ड और एजुकेशन पर फोकस्ड एक नॉन बैंकिग फाइनेंशियल कंपनी (एनबीएफसी) अवांसे फाइनेंशियल सर्विसेज लिमिटेड के साथ भागीदारी की है ताकि देश के युवाओं को उनकी कौशल आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए आसान, तेज और किफायती रूप से अफोर्डेबल फाइनेंशियल सॉल्यूशन दिए जा सकें। यह साझेदारी देश में विभिन्न क्षेत्रों में कुशल कार्यबल की बढ़ती आवश्यकता को पूरा करने की दिशा में एक प्रगतिशील कदम है, जोकि कस्टमाइज़्ड फाइनेंसिंग सॉल्यूशन्स की मदद से आवश्यक कौशल प्राप्त करने में उम्मीदवारों की सहायता करेगी।
स्किल पर आधारित एजुकेशन या वोकेशनल ट्रेनिंग आवश्यक है क्योंकि इम्पलॉयर्स संभावित इम्पलॉयी से एकेडेमिक डिग्री के साथ प्रैक्टिकल स्किल्स और आवश्यक एक्सपर्टाइज़ की अपेक्षा करते हैं। टेक्निकल एंड वोकेशनल एजुकेशन एंड ट्रेनिंग (टीवीईटी) लोगों को आवश्यक कौशल हासिल करने में सक्षम बनाता है, जिससे वे नौकरी के लिए परिपक्व हो जाते हैं और लंबे समय में अर्थव्यवस्था पर सकारात्मक प्रभाव डालते हैं। यह अनूठी साझेदारी उद्योग की आवश्यकता के अनुरूप रिज़ल्ट-ओरिएंटेड फ्रेमवर्क के माध्यम से एनएसडीसी से संबद्ध संस्थानों की मदद से भारत में एक सशक्त कार्यबल बनाने के लिए अवांसे फाइनेंशियल सर्विसेज की सहायता करेगी।
इस साझेदारी की शुरुआत पर, अवांसे फाइनेंशियल सर्विसेज के एमडी और सीईओ, श्री अमित गैंदा ने कहा, “कौशल विकास अत्यंत महत्वपूर्ण है क्योंकि यह रोजगार और श्रम उत्पादकता को बढ़ाकर स्ट्रक्चरल ट्रांसफॉर्मेशन और आर्थिक विकास में योगदान दे सकता है। भारत दुनिया के सबसे युवा देशों में से एक है, जिसमें कामकाजी आयु वर्ग में 62% से अधिक आबादी है और कुल आबादी के 54% से अधिक 25 वर्ष से कम आयु वाले हैं। यह विकास के लिए हाई-अनटैप्ड पोटेंशियल वाले मानव संसाधनों का एक बड़ा पूल बनाता है।”
उन्होंने यह भी कहा, “हमें एनएसडीसी के साथ साझेदारी करके खुशी हो रही है क्योंकि यह हमें भारत में एजुकेशन और एजुकेशन फाइनेंसिंग के डिमाक्रटज़ैशन के अपने उद्देश्य को मजबूत करने का एक बेहतरीन अवसर प्रदान करेगा। यह हमें एक ‘कुशल भारत’ के विकास में योगदान करने में सक्षम बनाएगा, जोकि एक ऐसा राष्ट्र होगा जिसमें भविष्य के लिए तैयार यंग पॉप्युलेशन सफलता के शिखर तक पहुंचने के लिए तैयार है। हमें विश्वास है कि यह साझेदारी हमें अपनी पहुंच बढ़ाने में सक्षम बनाएगी और इस प्रकार, प्रत्येक योग्य भारतीय छात्र के लिए एजुकेशन फाइनेंसिंग को सहज, अफोर्डेबल और एक्सेसिबल बनाने के हमारे मिशन को पूरा करेगी।
एनएसडीसी के चीफ़ ऑपरेटिंग ऑफिसर एंड ऑफिसिएटिंग सीईओ श्री वेद मणि तिवारी ने कहा, “शिक्षा और कौशल के डिमाक्रटज़ैशन के लिए फाइनेंस तक पहुंच महत्वपूर्ण है। अवांसे जैसी एनबीएफसी के साथ साझेदारी से एनएसडीसी को अपने मूल उद्देश्य ‘स्किल्स फॉर ऑल, ऐनीटाइम, ऐनीवेयर’ की ओर एक कदम आगे बढ़ने में मदद मिलती है क्योंकि यह हमारे समाज के उन वर्गों के फाइनेंसियल इन्क्लूज़न को प्राप्त करने में मदद करता है जो अन्यथा भारत या विदेशों में न्यू एज इम्प्लॉयमेंट/उद्यमिता के अवसरों के लिए कौशल हासिल करने की कल्पना नहीं कर सकते।”
अवांसे फाइनेंशियल सर्विसेज ने लगभग 50 देशों में 3,000 से अधिक संस्थानों और 22,000 से अधिक पाठ्यक्रमों में लगभग 2.5 लाख शैक्षणिक उम्मीदवारों के शैक्षिक सपनों को पूरा किया है। फर्म ने लगभग 5-6 लाख छात्रों को पूरा करने वाले 1,000 शैक्षणिक संस्थानों को ग्रोथ एंज वर्किंग कैपिटल भी प्रदान की है।
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