प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज नई दिल्ली के भारत मंडपम में Rising Northeast Investment Summit का उद्घाटन किया है। इस कार्यक्रम में कई बड़े उद्योगपति भी शामिल हुए हैं। ये कार्यक्रम सुबह 10.30 बजे से शुरू हो गया है। ये समिट दो दिन तक चलने वाला है। इस समिट का उद्देश्य पूर्वोतर क्षेत्र के व्यापार और निवेश को बढ़ावा देना है।
आज 23 मई को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नई दिल्ली के भारत मंडपम में Rising Northeast Investment Submit का उद्घाटन किया है। अब तक उद्घाटन के दौरान देश के दो दिग्गज बिजनेसमैन गौतम अडानी और मुकेश अंबानी अपना भाषण दे चुके हैं। इस आयोजन को केंद्र सरकार और 8 नॉर्थ-ईस्ट राज्यों की मदद से तैयार किया गया है।
क्या है सबमिट का उद्देश्य
जैसा ही इसके नाम से ही पता चलता है कि इस दो दिन के सम्मलेन का उद्देश्य देश के नॉर्थ ईस्ट उद्योगपतियों को बढ़ावा देना है। इसके साथ ही उन्हें घरेलू और विदेशी निवेशकों, नीति निर्माताओं इत्यादि को साथ में एक मंच पर लाना भी है।
पीएम मोदी ने सम्मेलन के दौरान क्या कहा?
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को कहा कि पूर्वोत्तर क्षेत्र अभूतपूर्व प्रगति कर रहा है और सरकार इस क्षेत्र की विकास गाथा को गति देना चाहती है। उन्होंने कहा कि पूर्वोत्तर की विविधता ही हमारे देश की सबसे बड़ी ताकत है। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि ये क्षेत्र लगातार विकास की ओर बढ़ रहा है।
पीएम मोदी ने कहा कि पूर्वोत्तर राज्यों में पहले बम, बंदूक और रॉकेट का पर्याय था, जिसके कारण वहां रहने वाले युवाओं से कई अवसर छीन लिए। हालांकि पिछले दशक में पूर्वोत्तर के 10,000 से अधिक युवाओं ने हिंसा छोड़ दी है।
अडानी और अंबानी ने सम्मेलन के दौरान क्या कहा?
नई दिल्ली में हो रहे Rising Northeast Investment Summit के दौरान अडानी ग्रुप ने कहा कि वे नार्थ ईस्ट इलाकों में 50,000 करोड़ रुपये निवेश करेंगे। उन्होंने कहा कि नार्थ ईस्ट क्षेत्र हमारे लिए अब सांस्कृतिक गौरव, बढ़ती अर्थव्यवस्था और रणनीतिक दिशा का सोर्स बन चुका है।
वहीं रिलायंस इंडस्ट्रीज के मालिक मुकेश अंबानी ने अपनी इन्वेस्टमेंट डबल करने का एलान किया है। मुकेश अंबानी ने कहा कि वे अगले 5 साल के लिए नॉर्थ ईस्ट इलाकों में 75,000 करोड़ रुपये निवेश करेंगे।