‘‘गांव की सरकार’’ के लिये नामांकन प्रक्रिया शुरू

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 मुजीब अहमद सिददीकी /तनवीर सिददीकी (अवधनामा संवाददाता)
मोहम्मदी-खीरी। ‘‘गांव की सरकार’’ के लिये आज से नामांकन प्रक्रिया शुरू हो गयी है। कोविड-19 के कारण प्रशासन नामाकंन प्रक्रिया में भीड़-भाड़ न हो के प्रति खासी सख्त है। ब्लाक परिसर में ‘‘कोविड-19 हेल्प डेस्क’’ भी स्थापित की गयी है। ताकि परिसर में आने वाले हर प्रत्याशी एवं उसके प्रस्तावक समर्थक की जांच की जा सके। कोरोना महामारी के एक बार फिर बढ़ते प्रकोप के कारण प्रशासन चैकन्ना ही नहीं खासा सख्त है। जिसके कारण प्रत्याशियो को बिना भोकाल के ही पर्चा दाखिल करना पड़ेगा। इस सख्ती के कारण प्रत्याशियो एवं उनके समर्थको में मायूसी सी दिखाई दे रही है।
‘‘गांव की सरकार’’ के गठन के लिये आज से प्रत्याशियो के नामांकन प्रक्रिया शुरू हो गयी। पिछले कई महीनो से गांवो के प्रधानमंत्री (प्रधान) बनने वालो के बीच मतदाताओ को लुभाने के लिये चल रही प्रतिस्पर्घओ का दौर जारी है। मतदाताओ को रिझाने एवं उन पर मानसिक दवाब बनाने के लिये नामांकन वाले दिन प्रत्याशियो के शक्ति परीक्षण पर कोविड-19 का ग्रहण सा लग गया। फल स्वरूप शासन-प्रशासन की गाइड लाईन के अनुसार चलने को मजबूर प्रत्याशियो के मतदाताओ को अब ‘‘साम, दाम, दण्ड, भेद’’ की नीत के अनुरूप मतदाताओ को रूपयो, शराब कपड़े एवं खाने के लंगर से सम्मोहित करना पड़ रहा है। धमौला में एक युवा प्रत्याशी मुस्लिम होने के उपरान्त कच्ची शराब की थैलिया तैयार कराकर गांव के मजरा खिरिया घासी में दोनो हाथो से लुटा रहे है वही गांव का पंचायत मित्र व उसके दो साथी जिन्हे गांव वाले ने ‘‘तिरंगे’’ की उपाधि दे रखी है। ये तिरंगा निर्वतमान प्रधान के लिये गांव वालो को वोट देने के लिये मजबूर कर रहे है धमकी दे रहे है कि राशन कार्ड निरस्त करा देंगे, आवास आयेगा तब भी नहीं मिलेगा। ऐसे कृत्य कई गांवो में चल रहे है।गावो में नामांकन को लेकर कल से ही खासी गहमा-गहमी थी। प्रत्याशी पूरे भोकाल के साथ नामांकन कराना चाहते थे। लेकिन कोविड-19 के बढ़ते प्रकोप एवं सरकार द्वारा जारी गाईड लाईन के अनुसार प्रशासन खासा सख्त है। आज ब्लाक परिसर में उपजिलाधिकारी स्वाति शुक्ला ने ‘‘कोविड हेल्थ-डेस्क’’ का निरीक्षण किया और सुरक्षा के द्रष्टिकोण से सख्त हिदायत दी। एसडीएम ने बताया कि जो भी प्रत्याशी अपना नामांकन दाखिल करने आयेगा सर्व प्रथम इस हेल्प डेस्क पर उनकी जांच होगी। तभी वो नामांकन पत्र जमा कर सकेगे। डेस्क पर सीएसी अधीक्षक डा0 सुरेन्द्र सिंह, बीडीओ धर्मेश कुमार पाण्डेय, अस्पताल का स्टाप कुछ सरकारी पत्रकार आदि मौजूद रहे। कोविड-19 को लेकर सख्त प्रशासन नामांकन प्रक्रिया पर प्रत्याशियो के शक्ति परिक्षण एवं भोकाल पर तो अंकुश लग गया कांश गांवो में भी अगर प्रशासन एवं पुलिस कच्ची दारू एवं लंगर पर सख्ती दिखा दे तो उम्मीद की जा सकती है। पंचायत चुनाव शान्ति पूर्ण ढंग से निपट जायेगे
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