अवधनामा ब्यूरो
नई दिल्ली. बिहार में सरकारी कार्यक्रम में मंत्री के बजाय उनके भाई ने शिरकत कर सरकार को मुसीबत में डाल दिया है. कांग्रेस और राजद ने इस मामले को लेकर सरकार को घेरा तो मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को मामले का संज्ञान लेना पड़ा. मुख्यमंत्री ने पशु एवं मत्स्य विभाग के मंत्री मुकेश साहनी का जवाब तलब किया है. मंत्री ने हालांकि इस मामले में मुख्यमंत्री से माफी भी माँगी है लेकिन विपक्ष इस्तीफे से कम कार्रवाई पर तैयार नहीं है.
हुआ यूं कि पशु एवं मत्स्य विभाग का कार्यक्रम था. इस कार्यक्रम में विभाग के मंत्री मुकेश साहनी को शामिल होना था. तय वक्त पर मंत्री की फ्लीट पहुंची. अधिकारियों ने दौड़कर स्वागत किया मगर मंत्री की गाड़ी में मंत्री की जगह उनका भाई मौजूद था. भाई ने मंत्री की जगह कार्यक्रम में शिरकत की.
संवैधानिक रूप से यह प्रोटोकाल उल्लंघन का मामला है. विपक्ष को सरकार को घेरने का मौका मिल गया और विपक्ष ने भी इसे हाथ से जाने नहीं दिया. विधानपरिषद में इस मामले पर ज़बरदस्त हंगामा हुआ.
विपक्ष के कड़े तेवर देखते हुए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने मामले का संज्ञान लिया. मुख्यमंत्री ने मंत्री मुकेश साहनी को तलब किया. मंत्री ने माना कि उनकी जगह उनका भाई कार्यक्रम में शामिल हुआ था और प्रोटोकाल का उल्लंघन हुआ. मंत्री ने माफी भी माँगी और भविष्य में ऐसा नहीं होने का वादा भी किया.
विपक्ष ने मुख्यमंत्री से मंत्री मुकेश साहनी को बर्खास्त करने को कहा है. विपक्ष का आरोप है कि इस सरकार में कुछ ऐसे मंत्री हैं जो इसी तरह से तानाशाही करते हैं. विपक्ष इस मामले में इस कदर हमलावर है कि बगैर इस्तीफे के मानने को तैयार नहीं है.
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बीजेपी के एमएलसी नवल किशोर ने भी इस घटना को लोकतंत्र को कलंकित करने वाली घटना बताया है. उन्होंने कहा कि मुकेश साहनी को मंत्री पद की मर्यादा की रक्षा करनी चाहिए. इस मामले में नीतीश की सरकार इस हद तक बैकफुट पर है कि कोई भी मंत्री कुछ भी बोलने को तैयार नहीं है.