अवधनामा संवाददाता
सोनभद्र/बीजपुर। एनटीपीसी रिहंद ना सिर्फ देश को बिजली बनाकर प्रकाशित करने का कार्य कर रही है अपितु अपने सीएसआर विभाग के माध्यम से अपने परियोजना के आप-पास के क्षेत्रों में निवास कर रहे ग्रामीणों के जीवन स्तर को सुधारने हेतु विभिन्न कार्यक्रम चलाकर उनके जीवन को प्रकाशमान भी कर रही है। एनटीपीसी रिहंद, ग्रामीण पृष्टभूमि की बालिकाओं के शिक्षा, स्वास्थ्य, पोषण एवं सशक्तिकरण हेतु हमेशा से ही प्रयासरत है कर उनकी उन्नति के लिए हर वर्ष “बालिका सशक्तिकरण अभियान” आयोजित करता आ रहा है। हर वर्ष की भाति इस वर्ष भी नैगम सामाजिक दायित्व के अंतर्गत एनटीपीसी रिहंद “बालिका सशक्तिकरण अभियान” का आयोजन करेगा।
परियोजना प्रमुख श्री ए के चट्टोपाध्याय ने कहा की बालिका सशक्तिकरण अभियानबालिकाओंको नयी चीजें सीखने का अवसर प्रदान करता है , जो कि उनके बेहतरभविष्यके लिए है। मेरा विश्वास है कि इन कार्यक्रमों से इन बच्चियों के जीवन में बहुत बड़ा बदलाव आयेगा। बालिका सशक्तिकरण अभियान में चयनित बच्चियों को अपने वास्तविक जीवन में करियर के शिखर पर पहुँचने में इस कार्यक्रम के द्वारा प्रदान किए गए प्रशिक्षण का लाभ अवश्य मिलेगा ।
अपर महाप्रबन्धक (मानव संसाधन) श्री जाकिर खान ने कहा की ये बच्चियाँ कल का भविष्य हैं और वे अभिभावकों से अनुरोध करते है कि इन्हे आगे बढ़ने का अवसर दें, ये बच्चियाँ ना सिर्फ अपने जीवन में बल्कि आस-पास के लोगों में भी सकारात्मक बदलाव लाने में सक्षम रहेंगी। महिलाओं एवं बालिकाओं को आगे बढ़ने की प्रेरणा देने की ज़रूरत है।इस दिशा में एनटीपीसी का यह अभियान निश्चित रूप से एक अनोखी पहल है।
एनटीपीसी का स्थान भारत में एक बड़े पीएसयू के रूप में है एवं नैगम सामाजिक दायित्व के अंतर्गत आस पास के गाँव में काम किया जा रहा है। उसी कड़ी में एनटीपीसी रिहंद आस पास के गाँव के बच्चों के उत्साह वर्धन के लिए औध्योगिक दौरे,व्यावसायिक प्रशिक्षण, कृषि प्रशिक्षण, महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने हेतु विभिन्न प्रशिक्षण आदि जैसे कार्यक्रम भी आयोजित करता रहता है।एनटीपीसी रिहंद को पूर्ण विश्वास है की इस अभियान से बालिकाएँ इसी तरह आगे बढ़ते रहेंगी और अपने सपनों को पूरा करेंगी।