एमबीबीएस पाठ्यक्रम में एडमिशन के लिए नीट यूजी काउंसिलिंग प्रक्रिया जुलाई के दूसरे वीक से शुरू होने की संभावना जताई जा रही है। एम्स सहित सभी केंद्रीय मेडिकल कॉलेजों की शत प्रतिशत सीटों की काउंसिलिंग मेडिकल काउंसिल कमेटी (एमसीसी) आयोजित करेगी। जबकि राज्यों के मेडिकल कॉलेजों की 15 प्रतिशत सीटें भी एमसीसी काउंसिलिंग के जरिए ही भरी जाएंगी। अन्य सीटें स्टेट कोटे से भरी जाएंगी।
मेडिकल के स्नातक कोर्सों में दाखिले से जुड़ी परीक्षा नीट यूजी (नेशनल एलिजबिलिटी कम एंट्रेंस टेस्ट अडंर ग्रेजुएट) का परिमाण घोषित होने के बाद छात्रों को अब काउंसिलिंग को लेकर इंतजार है, जो जुलाई के दूसरे हफ्ते से शुरू हो सकती है। नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (NTA) ने जल्द ही नीट यूजी के परिणाम को सभी राज्यों को रैंकिंग के साथ साझा करने के संकेत दिए है। इसके आधार पर राज्य अपने कोटे की सीटों के लिए काउंसिलिंग शुरू कर सकेंगे।
तमिलनाडु ने स्टेट कोटे की सीटों के लिए रजिस्ट्रेशन किये स्टार्ट
तमिलनाडु ने अपने कोटे की सीटों के लिए रजिस्ट्रेशन की प्रक्रिया शुरू कर दी है। माना जा रहा है कि रैंकिंग लिस्ट मिलने के बाद वह कॉलेज आवंटन शुरू कर देगी। इसके बीच नीट यूजी का परिमाण घोषित होने के बाद अन्य सभी राज्यों ने काउंसिलिंग की तैयारी शुरू कर दी है। माना जा रहा है कि राष्ट्रीय स्तर पर काउंसिलिंग की तारीख घोषित होने के साथ ही ये सभी राज्य भी राज्यों की सीटों को लेकर काउंसिलिंग का कार्यक्रम घोषित कर देंगे।
MCC करेगा इन संस्थानों की 100% सीटों के लिए काउंसिलिंग
बता दें कि एम्स सहित सभी केंद्रीय मेडिकल कालेजों की शत-प्रतिशत सीटों पर दाखिला मेडिकल काउंसिल कमेटी (एमसीसी) आयोजित करती है। जबकि राज्यों के मेडिकल कॉलेजों की 15 प्रतिशत सीटें भी एमसीसी काउंसिलिंग के जरिए ही भरी जाती है। जबकि बाकी 85 प्रतिशत सीटों के लिए राज्य अपने स्तर पर काउंसिलिंग आयोजित करते है।
एनटीए से जुड़े अधिकारियों के मुताबिक नीट यूजी का परिणाम एमबीबीएस सहित मेडिकल से जुड़े दूसरे स्नातक कोर्सों की करीब 2.40 लाख सीटों को ध्यान में रखकर तैयार किया गया है। इनमें अकेले एमबीबीएस की करीब 1.18 लाख सीटें है। 2024 में एमबीबीएस की कुल सीटें 1.15 लाख ही थी। इनमें निजी व सरकारी दोनों मेडिकल कॉलेजों की सीटें शामिल है। इसके साथ ही बीडीएस, बीएचएमएस, बीयूएमएस और बीएएमएस कोर्स शामिल है। नीट-यूजी के जरिए ही वेटनरी व नर्सिंग के स्नातक कोर्सों में भी दाखिला दिया जाता है। गौरतलब है कि 2024 में नीट यूजी के परिमाण पर विवाद खड़ा होने के बाद काउंसिलिंग की प्रक्रिया अगस्त में शुरू हो पायी थी।
एनटीए से जुड़े अधिकारियों के मुताबिक नीट यूजी का परिणाम एमबीबीएस सहित मेडिकल से जुड़े दूसरे स्नातक कोर्सों की करीब 2.40 लाख सीटों को ध्यान में रखकर तैयार किया गया है। इनमें अकेले एमबीबीएस की करीब 1.18 लाख सीटें है। 2024 में एमबीबीएस की कुल सीटें 1.15 लाख ही थी। इनमें निजी व सरकारी दोनों मेडिकल कॉलेजों की सीटें शामिल है। इसके साथ ही बीडीएस, बीएचएमएस, बीयूएमएस और बीएएमएस कोर्स शामिल है। नीट-यूजी के जरिए ही वेटनरी व नर्सिंग के स्नातक कोर्सों में भी दाखिला दिया जाता है। गौरतलब है कि 2024 में नीट यूजी के परिमाण पर विवाद खड़ा होने के बाद काउंसिलिंग की प्रक्रिया अगस्त में शुरू हो पायी थी।