अवधनामा संवाददाता
सोनभद्र/सिंगरौली। भारत सरकार की मिनीरत्न कंपनी नॉर्दर्न कोलफील्ड्स लिमिटेड (एनसीएल) मुख्यालय के सीईटीआई में स्थित एमडीआई भवन में सोमवार को खदानों में होने वाली ब्लास्टिंग से बेहतर परिणाम प्राप्त करने तथा इस क्षेत्र में प्रचलित आधुनिक तकनीकों पर छह दिवसीय विशेष प्रशिक्षण कार्यक्रम की शुरुआत की गयी है ।
इस छःदिवसीय कार्यक्रम में एनसीएल के 100 फ्रंटलाइन ब्लास्टिंग ऑफिसर और ओवरमैन को 3 अलग अलग बैचों में प्रशिक्षण दिया जायेगा | प्रत्येक बैच का प्रशिक्षण दो दिन चलेगा | कार्यक्रम के दौरान ब्लास्टिंग विषय के विशेषज्ञ और अनुभवी खनन पेशेवर जी के प्रधान, डीन, इंजीनियरिंग और प्रौद्योगिकी संकाय, ए के एस विश्वविद्यालय, सतना, एमपी बतौर मुख्य प्रशिक्षक प्रतिभागियों का मार्गदर्शन कर रहे हैं |
एनसीएल के मानव संसाधन विभाग ने ब्लास्टिंग विषय के महत्व को देखते हुए इस कार्यक्रम का आयोजन किया है | इसकी मदद से ब्लास्टिंग प्रक्रिया से सीधे तौर पर जुड़े कर्मियों के कौशल व तकनीकी जानकारी में इजाफा होगा तथा सर्वश्रेष्ठ नवीनतम तकनीकों की मदद से खदान में ब्लास्टिंग के बेहतर परिणाम प्राप्त हो सकेंगे ।
गौरतलब है कि ओपनकास्ट खनन में ब्लास्टिंग की प्रक्रिया का विशेष महत्व है जिसपर उत्पादन की लागत, गुणवत्ता, सुरक्षा, लाभप्रदता इत्यादि सीधे तौर पर निर्भर हैं | एनसीएल की दस खुली खदानों में कोयला उत्पादन के लिए ब्लास्टिंग की जाती है और इसके बेहतर व प्रभावशाली परिणाम प्राप्त करने के लिए कंपनी संबन्धित कर्मियों को लगातार प्रशिक्षण दे रही है |
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