अवधनामा संवाददाता
सोनभद्र/सिंगरौली कोल इंडिया की प्रमुख अनुषंगी कंपनी नॉर्दर्न कोलफील्ड्स लिमिटेड(एनसीएल) विगत कई वर्षों से समय से पूर्व तथा लक्ष्य से अधिक उत्पादन व प्रेषण करने के लिए जानी जाती है । बुधवार को अपनी उपलब्धियों की कड़ी में नया अध्याय जोड़ते हुए कंपनी ने कोयला जगत के इतिहास में पहली बार 400 मिलियन क्यूबिक मीटर अधिभार के जादुई आंकड़े को पार कर अपनी क्षमताओं का लोहा मनवाया है ।
वर्ष 2022-23 में कंपनी ने 410 मिलियन क्यूबिक मीटर लक्ष्य के सापेक्ष अभी तक 28.3 प्रतिशत की शानदार वार्षिक बढ़त के साथ 400.56 मिलियन क्यूबिक मीटर अधिभार हटाया है ।
देश की लगातार बढ़ रही ऊर्जा जरूरतों के दृष्टिगत यह एक बड़ी उपलब्धि है जिससे कंपनी को भविष्य में लक्ष्य से अधिक कोयला निकालने में मदद मिलेगी ।
इस उपलब्धि में एनसीएल की खदानों में बड़ी संख्या में तैनात आधुनिक एवं विशालकाय मशीनों का बड़ा योगदान है । कंपनी बड़ी संख्या में आधुनिक शॉवेल, डंपर, सरफेस माइनर, ड्रैगलाइन सहित विशालकाय मशीनों के नियोजन पर भारी पूंजीगत निवेश कर रही है ।
इस शानदार प्रदर्शन पर, सीएमडी एनसीएल श्री भोला सिंह और कार्यकारी निदेशक मण्डल ने टीम एनसीएल को बधाई दी है । कंपनी शीर्ष प्रबंधन ने इस उपलब्धि को, देश की ऊर्जा आवश्यकताओं को पूरा करने में जुटे खनिकों के अथक प्रयासों को समर्पित किया है और विश्वास जताया है कि कंपनी राष्ट्र निर्माण में अपना अहम योगदान देती रहेगी ।
पिछले वित्तीय वर्ष में एनसीएल ने 362.65 मिलियन क्यूबिक मीटर अधिभार हटाया था जिसे इस वर्ष विगत 21 जनवरी को ही हांसिल कर लिया गया है ।
गौरतलब है कि एनसीएल ने 122 मिलियन टन लक्ष्य के सापेक्ष अभी तक 9.50% की वृद्धि के साथ 114.48 मिलियन टन कोयला उत्पादन किया है । इसके साथ ही 7.7% की वार्षिक बढ़त के साथ 117.66 मिलियन टन कोयला उपभोक्ताओं को भेजा है । उल्लेखनीय है कि एनसीएल 90 प्रतिशत से अधिक कोयला बिजली क्षेत्र के उपभोक्ताओं को भेजती है ।