निर्बाध कोयला आपूर्ति के साथ क्षेत्र के समग्र विकास को प्रतिबद्ध एनसीएल- डॉ अनिंद्य सिन्हा

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अवधनामा संवाददाता
सोनभद्र/सिंगरौली वर्तमान समय में देश की 75 फीसदी बिजली कोयले से बनती है जिसमें एनसीएल की भागीदारी लगभग 10 प्रतिशत की है | एनसीएल देश में पर्याप्त बिजली उत्पादन के लिए आवश्यक कोयले की निर्बाध आपूर्ति में अपनी अहम भूमिका निभाती रहेगी और साथ ही जिला प्रशासन के सहयोग से क्षेत्र के समग्र विकास के लिए लगातार सार्थक प्रयास करती रहेगी | ये बात एनसीएल के निदेशक (तकनीकी/संचालन एवं कार्मिक), डॉ अनिंद्य सिन्हा ने मंगलवार को एनसीएल मुख्यालय में विद्युत मंत्रालय और नवीन और नवीकरणीय ऊर्जा मंत्रालय, भारत सरकार के सौजन्य से शुरू किए गए देशव्यापी महोत्सव उज्ज्वल भारत उज्ज्वल भविष्य ऊर्जा @ 2047 के अंतर्गत आयोजित एक कार्यक्रम के दौरान कही |
यह कार्यक्रम एनटीपीसी विन्द्याचल , जिला प्रशासन, सिंगरौली, एमपीपीकेवीवीसीएल व एनसीएल के सहयोग से आयोजित किया गया था जिसमें केंद्र व राज्य सरकारों के साझा प्रयासों से बिजली क्षेत्र की प्रमुख उपलब्धियों के बारे में चर्चा की गयी |
इस अवसर पर माननीय विधायक, सिंगरौली  राम लल्लू वैश्य बतौर मुख्य अतिथि, माननीय विधायक देवसर सुभाष रामचरित वर्मा बतौर विशिष्ट अतिथि उपस्थित रहे | कार्यक्रम में कलेक्टर सिंगरौली,  राजीव रंजन मीणा,  सुभाष चन्द्र नायक, परियोजना प्रमुख, एनटीपीसी विंध्याचल, एनसीएल मुख्यालय के विभागाध्यक्ष, एसई एमपीपीकेवीवीसीएल  आरपी मिश्रा तथा बड़ी  संख्या में विद्युतीकरण के लाभार्थी उपस्थित रहे |
कार्यक्रम के दौरान देश के कोने-कोने तक हर घर में बिजली पहुंचाने की भारत सरकार की योजना प्रधानमंत्री सहज बिजली हर घर योजना(सौभाग्य) के अंतर्गत अभी तक किए गए कार्यों, अक्षय ऊर्जा के क्षेत्र में किए जा रहे कार्यों, ऊर्जा के क्षेत्र में देश की उपलब्धियों तथा ऊर्जा के भविष्य पर चर्चा की गयी | इस दौरान योजना के लाभार्थियों ने अपने अनुभव भी साझा किए |
कार्यक्रम के दौरान घरेलू विद्युतीकरण, ग्रामीण विद्युतीकरण, विद्युत वितरण नेटवर्क सुदृढीकरण,विद्युत उत्पादन  क्षमता में वृद्धि, एक राष्ट्र एक ग्रिड, अक्षय ऊर्जा तथा उपभोक्ता अधिकारों पर फिल्में दिखाई गईं | इसके साथ ही नुक्कड़ नाटक व सास्कृतिक प्रस्तुतियाँ भी दी गईं |
कार्यक्रम के अंत में  आरपी मिश्रा, एसई एमपीपीकेवीवीसीएल ने सभी अतिथियों का धन्यवाद ज्ञापन किया |
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