नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को मिचौंग चक्रवात में जान गंवाने वाल लोगों के प्रति अपनी संवेदना जाहिर की। चक्रवात मिचौंग मंगलवार को दोपहर साढ़े 12 बजे से ढाई बजे के बीच 90 से 100 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार के साथ आंध प्रदेश के बापटला जिले में तट से टकराया था। इसमें दर्जनों लोगों की मौत हुई है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक्स पर ट्वीट करके कहा, “मेरी संवेदनाएं उन लोगों के परिवारों के साथ है जिन्होंने चक्रवात मिचौंग के कारण अपने प्रियजनों को खो दिया है, खासकर तमिलनाडु, आंध्र प्रदेश और पुडुचेरी के लोगों के साथ है। मेरी प्रार्थनाएं इस चक्रवात में घायल या प्रभावित लोगों के साथ हैं। अधिकारी प्रभावित लोगों की सहायता के लिए जमीन पर अथक प्रयास कर रहे हैं और स्थिति पूरी तरह सामान्य होने तक अपना काम जारी रखेंगे।”
मिचौंग ने आंध्र-तमिलनाडु में मचाई तबाही
मिचौंग ने आंध्र प्रदेश और तमिलनाडु के कई जिलों में भारी तबाही मचाई है। यहां सड़कें क्षतिग्रस्त हो गईं, नदियां-नहरें और तालाब उफान पर हैं, कई इलाकों में बाढ़ जैसे हालात पैदा हो गए हैं। राज्य में हजारों एकड़ फसलें डूब गई हैं। तमिलनाडु के चेन्नई और आसपास के इलाकों में सोमवार को आए मिचौंग के कारण मरने वालों की संख्या बढ़कर 17 हो गई है।
इसके साथ ही मंगलवार को चेन्नई और उसके आसपास के जलभराव वाले इलाकों में फंसे लोगों को बचाने के लिए नावों और ट्रैक्टर का इस्तेमाल किया गया। चक्रवात के चलते तमिलनाडु में जनजीवन बुरी तरह प्रभावित हुआ है।
इस बीच आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री वाईएस जगनमोहन रेड्डी ने मंगलवार को चक्रवात के कारण पैदा हुए हालात का जायजा लेने के लिए एक समीक्षा बैठक की और राहत कार्यों का जायजा लिया। मुख्यमंत्री रेड्डी ने अधिकारियों को चक्रवात प्रभावित क्षेत्रों में बिजली बहाल करने के लिए तत्काल कदम उठाने और हताहतों या मवेशियों के नुकसान को लेकर मुआवजा राशि देने का निर्देश दिया। वहीं, उन्होंने तत्काल राहत प्रयासों के लिए 22 करोड़ रुपये मंजूर किए हैं।