अवधनामा संवाददाता
लखनऊ: राष्ट्रीय समाज संगठन के संयोजक मुहम्मद अफाक ने कहा कि शनिवार को दाऊद अल्लाह द्वारा मछली खाने पर प्रतिबंध की अवहेलना के कारण देश को बंदर बनना पड़ा है.हमने खुद को पैगंबर के उपदेशों और शब्दों से दूर कर लिया है. और हम अल्लाह की सहायता की बाट जोह रहे हैं, वह किसी धर्म का अनुयायी न हो। अल्लाह सर्वशक्तिमान ने हर इंसान पर दो अधिकार रखे हैं। अल्लाह का अधिकार। दूसरा, मानवाधिकार। अल्लाह के हक़ में वह हम सबको अल्लाह के हुक्म पर चलने की नसीहत करता है, जबकि बन्दों के हक़ में अल्लाह के बंदे के हक़ की ताकीद करता है, तो हमें अल्लाह के हक़ को भी पूरा करना है अल्लाह के बंदे का अधिकार मुहम्मद आफाक ने अंत में कहा कि जो मुस्लिम महिलाएं, लड़कियां और युवा लड़के मजार के नाम पर मठों में जा रहे हैं, वे ईश्वर की एकता को नकार रहे हैं। ईश्वर की एकता को पहचानने के लिए शिर्क का त्याग करना चाहिए।