अवधनामा संवाददाता
शहर के मरकज मस्जिद के पास, तो मदरसों में आयोजित हुए विविध कार्यक्रम।
सुलतापुर। मुस्लिम समुदाय की ओर से 74वें गणतंत्र दिवस के मौके पर विविध कार्यक्रम आयोजित किये गये। इस क्रम में जहां शहर के बाधमंडी स्थित मरकज मस्जिद के पास अंजुमन्न मदहे सहाबा की ओर योमे जम्हूरियत पर बड़ा कार्यक्रम आयोजित हुआ जिसकी सदारत मौलाना मुहम्मद उस्मान कासमी पेश इमाम मरकज मस्जिद ने किया।
आप सांसद संजय सिंह का बयान–
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मुख्य अतिथि आप सांसद संजय सिंह ने कहा कि आपसी भाईचारा और सौहार्द के साथ-साथ गंगा जमुनी संस्कृति इस देश की शान रही है। इस पर्यावरण को बनाए रखना चाहिए। संजय सिंह ने कहा कि बीजेपी के शासन में देश पर कर्ज बढ़ गया है और अपनी नाकामी को छिपाने के लिए बीजेपी देश में नफरत का माहौल बनाना चाहती है।
कर्नाटक हुगली मदरसे के जिम्मेदार मौलाना अजमद सिराज कासमी मुख्य वक्ता रहे।
मौलाना का बयान–
बाधमंडी स्थित कार्यक्रम में फैजाबाद से आए मौलाना अहमद सिराज कासमी ने कहा कि भारत की आजादी का आंदोलन सबसे पहले मुसलमानों ने शुरू किया था क्योंकि सत्ता उनके हाथ में थी और वे अंग्रेजों के निशाने पर थे। विशेष वक्ता मौलाना अहमद सिराज कासमी फैजाबादी ने अपने संबोधन में कहा कि अंग्रेज 1601 में कलकत्ता आए थे और उन्हें दिल्ली पर कब्जा करने में 255 साल लग गए थे। उनके रास्ते में सबसे बड़ा रोड़ा मुसलमान थे क्योंकि उनके हाथ में देश की सत्ता थी। मौलाना ने कहा कि 1857 से पहले अंग्रेजों के खिलाफ जिहाद का फतवा मौलाना फजल हक खैराबादी और शाह मुहद्दिस देहलवी ने दिया था। उन्होंने कहा कि जब भारत का संविधान बना तो उस पर हस्ताक्षर करते हुए मौलाना हसरत मोहानी ने कहा था कि यह संविधान अभी अधूरा है क्योंकि हमने सजा के सारे प्रावधान अंग्रेजों से ले लिए हैं।इस मौके एडवोकेट करीम ,शिक्षक नेता निज़ाम खान, रिज़वान अहमद,अमर बहादुर सिंह,अलीमुद्दीन बचन्नू,मोहम्मद अहमद,मौलाना मकबूल ,मकबूल अहमद हबीब टूर्स,नोमान ,मुफ़्ती तौफीक,आदि सैकड़ो लोग मौजूद रहे।