नगरायुक्त ज्ञानेंद्र सिंह को सूरत में किया गया पुरस्कृत

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अवधनामा संवाददाता

कोविड इनोवेशन एवार्ड प्रतियोगिता में स्मार्ट सिटी सहारनपुर प्रथम

सहारनपुर। ‘स्मार्ट सिटीज स्मार्ट अरबनाइजेशन-मिशन टू मूवमेंट’ कार्यक्रम के तहत अलग अलग श्रेणियों में स्मार्ट सिटीज को पुरस्कृत किया गया है। कोविड इनोवेशन एवार्ड श्रेणी में चौथे राउंड में चयनित स्मार्ट सिटीज में सहारनपुर स्मार्ट सिटी को प्रथम स्थान प्राप्त हुआ है। इसके लिए सूरत में आयोजित आइसैक एवार्ड समारोह 2020 में स्मार्ट सिटी सहारनपुर के सीईओ/नगरायुक्त ज्ञानेंद्र सिंह को सम्मानित किया गया। यह एवार्ड उन्हें केन्द्रीय शहरी आवास मंत्रालय के सचिव मनोज जोशी, संयुक्त सचिव व स्मार्ट सिटी मिशन डारेक्टर कुनाल कुमार, सूरत की मेयर हिमाली बोघावाला,एनआईयूए ( नेशनल इन्स्टीयूट ऑफ अर्बन अफेयर) के डारेक्टर हितेश वैद्य तथा सेंटर फॉर दा फोर्थ इंडिस्ट्रियल रेवोल्यूशन, वर्ल्ड इकोनॉमिक फोरम के हैड पुरुषोत्तम कौशिक ने प्रदान किया। इस अवसर पर आईटी ऑफिसर मोहित तलवार भी मौजूद रहे। बाद में शहरी विकास मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने नगरायुक्त ज्ञानेंद्र सिंह को व्यक्तिगत रुप से पुरस्कार और कोरोना काल में श्रेष्ठ कार्य करने के लिए बधाई दी।
केंद्रीय शहरी मंत्रालय ने स्मार्ट सिटी के सभी 126 शहरों के लिए वर्ष 2020 में विभिन्न छह श्रेणियों में आइसैक एवार्ड (इंंिडया स्मार्ट सिटी एवार्ड कॉन्टेस्ट) प्रतियोगिता आयोजित की थी। इन श्रेणियों में सहारनपुर स्मार्ट सिटी ने कोविड इनोवेशन एवार्ड प्रतियोगिता में भागेदारी की थी। इस प्रतियोगिता में स्मार्ट सिटी सहारनपुर ने चौथे राउंड में चयनित शहरों की श्रेणी में प्रथम स्थान प्राप्त किया है। इसी के लिए सहारनपुर स्मार्ट सिटी के सीईओ व नगरायुक्त ज्ञानेन्द्र सिंह को सम्मानित किया गया है।
उल्लेखनीय है कि स्मार्ट सिटी सहारनपुर ने कोविड के प्रकोप से सहारनपुर को बचाने के लिए जहां पूरे महानगर में युद्ध स्तर पर सफाई, चूना व मेलाथियान छिड़काव के साथ सैनेटाइजेशन और फॉगिंग अभियान चलाया था वहीं विभिन्न सामाजिक, व्यापारिक संगठनों, उद्यमियों और धार्मिक संस्थाओं के सहयोग से करीब साढे़ आठ लाख असहाय, गरीब व रोजगार से वंचित लोगों को निशुल्क भोजन भी वितरित कराया था। इसके अतिरिक्त आईएमए के सहयोग से टेली मेडिसिन सेंटर स्थापित कर सौ से अधिक विशेषज्ञ डाक्टरों की मदद से हजारों लोगों को घर बैठे निशुल्क चिकित्सकीय परामर्श भी उपलब्ध कराया था। इतना ही नहीं कोरोना से मृत शवों का निगम कर्मचारियों ने अंतिम संस्कार कराने में भी सहयोग किया था और कोरोना काल में प्रवासी मजदूरों के लिए बसों, रेलों व अन्य स्थानों पर भोजन उपलब्ध कराने में भी सहारनपुर अग्रणी रहा था।

 

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