चेन्नई। उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने एक कार्यक्रम के दौरान उम्मीद जताई कि देश के सांसद, संसद में कार्यवाही के दौरान स्वस्थ चर्चा में भाग लेंगे। साथ ही वो सदन की कार्यवाही बाधित करने से भी परहेज करेंगे। उन्होंने कहा कि राज्यसभा के सभापति के रूप में यह उनकी जिम्मेदारी है कि वो सदन में अनुशासन सुनिश्चित करें। उन्होंने राज्यसभा में लोकतंत्र के मंदिर में मर्यादा बनाए रखने की आवश्यकता पर भी बल दिया और संसद में अनधिकृत जानकारी देने के लिए कांग्रेस नेता राहुल गांधी के खिलाफ विशेषाधिकार हनन को उचित ठहराया।
लोकतंत्र पर न आने पाए आंच
उपराष्ट्रपति धनखड़ ने आईआईटी मद्रास के सेंटर फॉर इनोवेशन उद्घाटन समारोह में बोलते हुए संसद सत्र के दौरान हालिया व्यवधानों का अप्रत्यक्ष रूप से जिक्र किया। उन्होंने कहा कि यह एक स्थायी ढांचा है जिसे भंग नहीं किया जा सकता। उन्होंने कहा कि यदि कार्यपालिका को जवाबदेह ठहराने के लिए बनी संसद बिना किसी कामकाज के बाधित रही तो यह एक तरह से करदाताओं के पैसे की बर्बादी होगी। उन्होंने देश के युवाओं से अपील करते हुए कहा कि वो एक ऐसा इकोसिस्टम तैयार करें जिससे लोकतंत्र और संसद की पवित्रता पर आंच न आए।
संसद में उठाए जाने चाहिए महत्वपूर्ण मुद्दे
कार्यक्रम के दौरान छात्रों के साथ बातचीत में उपराष्ट्रपति धनखड़ ने कहा कि मैं चाहता हूं कि सांसद सदन में अच्छा प्रदर्शन करें, वो राष्ट्रीय महत्व के मुद्दों को उठाएं। उन्होंने कहा कि राज्यसभा लोकतंत्र का मंदिर है। यहां संवाद, बहस, चर्चा और शिक्षा के केंद्र में बहस होनी चीहिए। ऐसे में राज्यसभा की कार्यवाही के दौरान व्यवधान नहीं पैदा किया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि भारत में तीसरा सबसे बड़ा स्टार्टअप इकोसिस्टम है। स्टार्ट अप इंडिया इंफ्रास्ट्रक्चर आधारित नहीं है। ये यहां के लोगों के दिमाग में पैदा होता है।