मध्यप्रदेश पर्यटन बोर्ड ने गुरुवार को नई दिल्ली स्थित मध्यप्रदेश भवन में ‘एमपी टूरिज्म मास्टरक्लास’ कार्यशाला का आयोजन किया। कार्यशाला में ट्रैवल एजेंट्स, टूर ऑपरेटर्स और होटल व्ययसायियों का प्रशिक्षण तथा प्रदेश में पर्यटन उत्पादों और गंतव्यों का प्रदर्शन किया गया। कार्यशाला का उद्देश्य मध्य प्रदेश को ‘ऑफबीट मल्टीस्पेशलिटी डेस्टिनेशन’ के रूप में स्थापित करना।
कार्यशाला का उद्घाटन मध्यप्रदेश पर्यटन बोर्ड की अतिरिक्त प्रबंध संचालक बिदिशा मुखर्जी और उपसंचालक विवेक जूड तथा मप्र पर्यटन विकास निगम लिमिटेड के मुख्य महाप्रबंधक अमन मिश्रा तथा टूर ऑपरेटर संघ के अध्यक्ष राजीव मेहरा ने दीप प्रज्जवलित कर किया।
कार्यशाला में बिदिशा मुखर्जी ने बताया कि 785 बाघों के साथ प्रसिद्ध ‘टाइगर स्टेट ऑफ इंडिया’ और चीता स्टेट ऑफ इंडिया’ ने 2023 में पर्यटकों की संख्या में एक नया पर्यटन रिकॉर्ड स्थापित किया है, जो 2022 में 34.1 मिलियन की तुलना में 112.1 मिलियन है। उन्होंने बताया कि इस कार्यशाला के माध्यम से हितधारकों के बीच मध्यप्रदेश की पर्यटन क्षमता की समझ को गहरा करने का प्रयास किया गया है। मध्यप्रदेश के पर्यटन उत्पादों जैसे वन्यजीव पर्यटन, विरासत पर्यटन, आध्यात्मिक पर्यटन, इंट्रास्टेट एयर टैक्सी सेवा, चंदेरी क्राफ्ट हैंडलूम गांव प्राणपुर आदि के बारे में जानकारी दी गई। उन्हें बताया गया कि मध्यप्रदेश अपने वार्षिक उत्सवों जैसे चंदेरी महोत्सव, कूनो वन महोत्सव, गांधीसागर वन रिट्रीट, जल महोत्सव, आदि के दौरान पर्यटकों का स्वागत करने के लिए तैयार है।