मध्यप्रदेश में एक बार फिर मानसूनी गतिविधियां शुरू हो गई है। शुक्रवार को भोपाल, इंदौर, जबलपुर समेत 18 जिलों में कहीं तेज तो कहीं हल्की बारिश हुई। सीधी में सबसे ज्यादा 41 मिमी यानी, पौने 2 इंच पानी गिर गया। दमोह और बालाघाट जिले के मलाजखंड में पौन इंच पानी गिरा। प्रदेश में साइक्लोनिक सर्कुलेशन (चक्रवात) और मानसून ट्रफ लाइन की वजह से 22 जिलों में आज शनिवार को भी तेज बारिश का अलर्ट है। हालांकि, 11 अगस्त से बारिश की एक्टिविटी घट जाएगी और कहीं-कहीं बूंदाबांदी, गरज-चमक की स्थिति बनी रहेगी।
शनिवार को जिन 22 जिलों में तेज बारिश होने का अनुमान है, उनमें ग्वालियर, मुरैना, भिंड, दतिया, निवाड़ी, टीकमगढ़, गुना, अशोकनगर, शिवपुरी, श्योपुर, नीमच, मंदसौर, सागर, दमोह, नरसिंहपुर, सिवनी, जबलपुर, मंडला, बालाघाट, अनूपपुर, मऊगंज और सतना शामिल हैं। मौसम विभाग के अनुसार, वर्तमान में 3 साइक्लोनिक सर्कुलेशन और एक मानसून ट्रफ लाइन एक्टिव है। मानसून ट्रफ एमपी के कई जिलों से होकर गुजर रही है। इस वजह से शनिवार को उत्तरी और पूर्वी हिस्से में बारिश हो सकती है। बाकी जिलों में गरज-चमक और हल्की बारिश होने का अनुमान है।
प्रदेश में शुक्रवार को धार, खंडवा, रीवा में आधा इंच के करीब पानी गिरा। भोपाल, बैतूल, इंदौर, गुना, जबलपुर, खजुराहो, मंडला, रतलाम, सागर, सतना, सिवनी और उमरिया में भी हल्की बारिश दर्ज की गई। प्रदेश में इस सीजन की 69 प्रतिशत बारिश ज्यादा हो गई है। अब तक 22 इंच बारिश होनी चाहिए, लेकिन 25.7 इंच पानी गिर चुका है। जून-जुलाई के बाद अगस्त के पहले सप्ताह में भी स्ट्रॉन्ग सिस्टम की एक्टिविटी रही।