मध्य प्रदेश में पिछले कई दिनों से लगातार तेज बारिश का दौर जारी है। बारिश के वजह से नदी नाले उफान पर है। इसके अलावा कई जगह बाढ़ की भी स्थिति देखी जा रही है। मौसम विभाग के मुताबिक प्रदेश में इस समय बारिश के तीन सिस्टम एक्टिव है, जिसकी वजह से तेज बारिश हो रही है। मौसम विभाग ने आज सोमवार को राजधानी भोपाल, इंदौर, उज्जैन, धार सहित 12 जिलों में तेज बारिश का अलर्ट जारी किया है। वहीं, जबलपुर, ग्वालियर समेत प्रदेश के अन्य जिलों में हल्की बारिश, गरज-चमक या आंधी चलने का अनुमान है।
प्रदेश में एक बार फिर तेज बारिश का दौर शुरू हो गया है। सोमवार सुबह 5 बजे से भोपाल में बारिश हो रही है। इंदौर, उज्जैन समेत 12 जिलों में तेज बारिश होने का अलर्ट है। रविवार को भोपाल, इंदौर, उज्जैन समेत 15 से ज्यादा जिलों में पानी गिरा। मध्यप्रदेश में अब तक एवरेज 10.2 इंच बारिश हो चुकी है, जो कोटे की कुल बारिश का 27 प्रतिशत है।
मौसम विभाग भोपाल की सीनियर वैज्ञानिक डॉ. दिव्या ई. सुरेंद्रन ने बताया कि मानसून ट्रफ लाइन थोड़ी नीचे आई है। अभी यह बीकानेर, लखनऊ से रांची होते ही बंगाल की तरफ जा रही है। उन्होंने बताया कि एक साइक्लोनिक सर्कुलेशन गुजरात के ऊपर है। वेस्टर्न डिस्टरबेंस भी एक्टिव है। इन सिस्टम की वजह से अगले कुछ दिन तक तेज बारिश का दौर चलेगा। मानसून ट्रफ लाइन आने वाले दिनों में और नीचे आएगी। इससे तेज बारिश होने का अनुमान है। साथ ही पूरे प्रदेश में आकाशीय बिजली गिरने या चमकने का दौर भी है।
इससे पहले रविवार को सागर, सीधी, भोपाल समेत 15 से ज्यादा जिलों में तेज बारिश का दौर रहा। सागर में 44 मिमी यानी, 1.8 इंच पानी गिर गया। सीधी, खरगोन, रतलाम में पौन इंच के करीब बारिश हुई। भोपाल, टीकमगढ़, उमरिया, बैतूल, बालाघाट के मलाजखंड, सीहोर, शाजापुर, छिंदवाड़ा समेत अन्य जिलों में भी बारिश का दौर चलता रहा।