समझें इस योजना का कैसे उठाएं लाभ
नई दिल्ली। देश के पारंपरिक शिल्पकारों और कारीगरों को बिना गारंटी के न्यूनतम ब्याज दर पर ऋण सहायता देने के लिए मोदी सरकार ने ‘पीएम विश्वकर्मा योजना’ की शुरुआत की है।
इस योजना का लक्ष्य पारंपरिक कारीगरों और शिल्पकारों द्वारा पेश किए जाने वाले उत्पादों और सेवाओं की पहुंच और गुणवत्ता को बढ़ाना है। इस योजना को लॉन्च होने के दस दिनों के भीतर ही तकीबन 1.40 लाख लोगों ने इस योजना का लाभ उठाने के लिए आवेदन कर दिया है।
मंत्री नारायण राणे ने दी जानकारी
सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम मंत्री नारायण राणे ने अपने एक्स हैंडल पर यह जानकारी साझा करते हुए लिखा,”पी एम विश्वकर्मा योजना- 10 दिन – 1.40 लाख+ आवेदन
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विश्वकर्मा भाई-बहनों के लिए शुरू की गई पी एम विश्वकर्मा योजना के लॉन्च के 10 दिनों के भीतर 1.40 लाख से अधिक आवेदनों का प्राप्त होना हर्ष का विषय है।
पीएम मोदी की दूरदर्शी सोच के परिणामस्वरूप बनी इस योजना के लॉन्च के 10 दिन में ही भारी संख्या में आवेदन आना योजना की अप्रत्याशित सफलता और आवश्यकता को दर्शाता है।
उन्होंने आगे लिखा,”वर्षों से सामाजिक,आर्थिक रूप से पिछड़े हमारे विश्वकर्मा भाई-बहनों के चौमुखी विकास के लिए पी एम विशवकर्मा योजना मील का पत्थर साबित होगी जो उन्हें उनका खोया सम्मान और पहचान दिलाएगी।”
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योजना का क्या है लाभ?
इस योजना के तहत जरूरतमंद एक लाख रुपये (18 महीनो के पुनर्भुगतान के लिए पहली किश्त) और 2 लाख रुपये (30 महीने के पुनर्भुगतान के लिए दूसरी किश्त) के संपार्श्विक-मुक्त उद्यम विकास ऋण हासिल कर सकते हैं। 18 वर्ष के आयु वाले नागरिक इस योजना का लाभ उठाने के लिए आवेदन कर सकते हैं।