मध्यप्रदेश में एक बार फिर बारिश का सिलसिला शुरू हो गया है। मानसूनी ट्रफ लाइन अब ग्वालियर और सीधी से गुजर रही है। इसका असर सोमवार को प्रदेश के उत्तर और पूर्वी हिस्से में देखने को मिला। आज मंगलवार को भी ग्वालियर, चंबल और जबलपुर संभाग में असर दिखेगा। प्रदेश में सीजन की 72 प्रतिशत बारिश ज्यादा हो गई है। अब तक 23.1 इंच बारिश होनी चाहिए, लेकिन 27 इंच पानी गिर चुका है।
मौसम विभाग के अनुसार, मंगलवार को जबलपुर समेत 8 जिलों में तेज बारिश होने का अलर्ट है। भोपाल, इंदौर, उज्जैन समेत प्रदेश के दूसरे जिलों में गरज-चमक और हल्की बारिश हो सकती है। मौसम विभाग ने बताया, अगले 24 घंटे के दौरान श्योपुर, मुरैना, गुना, अशोकनगर, कटनी, उमरिया, जबलपुर, डिंडौरी में तेज बारिश हो सकती है। इससे पहले मानसून ट्रफ और साइक्लोनिक सकुर्लेशन की वजह से सोमवार को प्रदेश में बारिश का दौर बना रहा। भोपाल में पूरे दिन हल्की बारिश हुई। इंदौर, उज्जैन समेत 20 जिलों में भी पानी गिरा।
इस बार अच्छी बारिश की वजह से प्रदेश के सभी डैम छलक उठे हैं। अधिकांश डैम में 80 प्रतिशत से अधिक पानी आ चुका है। इस वजह से गेट भी खोलने पड़े। कोलार, बाणसागर, कुंडालिया, बरगी, इंदिरा सागर, ओंकारेश्वर, कलियासोत, भदभदा, केरवा डैम के गेट अगस्त में कई बार खोलने पड़े। मंगलवार को भी इन डैम में पानी की आवक हुई। अब तक हुई बारिश में जबलपुर, भोपाल और नर्मदापुरम संभाग सबसे आगे हैं। जबलपुर संभाग के मंडला में बारिश का आंकड़ा 40 इंच से अधिक है। सबसे ज्यादा बारिश वाले टॉप-10 जिलों में सिवनी, नर्मदापुरम, रायसेन, श्योपुर, छिंदवाड़ा, डिंडौरी, सागर, राजगढ़ और बालाघाट भी शामिल हैं। भोपाल में 32 इंच से अधिक पानी गिर चुका है, जो सामान्य बारिश का करीब 88 प्रतिशत है।