विपक्षी एकता पर मोदी का तंज,भविष्य में कांग्रेस की बर्बादी का होगा अध्ययन:प्रधानमंत्री मोदी

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चुनाव नतीजे जिन्हें साथ नहीं ला सके; उन्हें ईडी ने एक कर दिया:पीएम 

नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने बुधवार को लोकसभा में राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर चर्चा का जवाब दिया। इस दौरान उन्होंने वायनाड सांसद राहुल गांधी समेत कांग्रेसियों पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि कुछ लोगों के भाषण के बाद पूरा ईकोसिस्टम, समर्थकज्उछल रहे थे। और खुश होकर कहने लगे, ये हुई न बात!
बता दें कि राहुल गांधी ने मंगलवार को लोकसभा में हुई बहस में हिस्सा लेते हुए अडानी मुद्दे को लेकर सरकार को निशाना बनाया था। हालांकि, प्रधानमंत्री मोदी जब चर्चा का जवाब दे रहे थे तो शुरुआती टिप्पणी में राहुल गांधी सदन में मौजूद नहीं थे और बाद में लोकसभा पहुंचे।
अपने 85 मिनट के भाषण में उन्होंने कहा- बहुत सारे विपक्षी मिले-सुर मेरा-तुम्हारा कर रहे थे। मुझे लगता था कि देश की जनता, देश के चुनाव के नतीजे ऐसे लोगों को जरूर एक मंच पर लाएंगे, वो तो हुआ नहीं। लेकिन इन लोगों को ईडी का धन्यवाद करना चाहिए उसके कारण ये एक मंच पर आ गए।
मोदी ने कहा- यूपीए के 10 साल में सबसे ज्यादा घोटाले हुए। इनकी निराशा का कारण यही है कि देश का सामथ्र्य खुलकर सामने आ रहा है। 2004 से 2014 तक यूपीए ने हर मौके को मुसीबत में बदल दिया। जब टेक्नोलॉजी इन्फॉर्मेशन का युग बढ़ रहा था, उसी समय ये 2जी में फंसे रहे। सिविल न्यूक्लियर डील की चर्चा के दौरान ये कैश फॉर वोट में फंसे रहे।
पीएम मोदी ने कहा देश को भ्रष्टाचार की समस्याओं से अब मिल रही है। उन्होंने कहा कि राष्ट्रपति जी ने यह भी कहा था कि देश की एक बड़ी आबादी ने जिन सुविधाओं के लिए दशकों तक इंतजार किया, वे इन वर्षों में उसे मिलीं हैं। देश सरकारी योजनाओं में भ्रष्टाचार की समस्याओं से मुक्ति चाहता था, वो मुक्ति उसे अब मिल रही है।
पीएम ने भारत की सराहना करते हुए कहा कि दुनिया के तमाम देशों व हमारे पड़ोस में जिस तरह के हालात हैं, ऐसे समय में कौन हिंदुस्तानी गौरव नहीं करेगा कि उनका देश दुनिया की पांचवीं बड़ी अर्थव्यवस्था है। आज पूरे विश्व में भारत को लेकर एक सकारात्मक विचार हैं। उन्होंने कहा कि 100 साल में आई हुई यह भयंकर महामारी, दूसरी तरफ युद्ध की स्थिति और बंटा हुआ विश्व इस स्थिति में भी, संकट के माहौल में देश जिस प्रकार से संभला है, इससे पूरा देश आत्मविश्वास और गौरव से भर रहा है।
पीएम मोदी ने कहा कि देश की प्रगति को निराशा में डूबे कुछ लोग स्वीकार नहीं कर पा रहे हैं। उन्हें भारत के लोगों की उपलब्धियां नहीं दिखती हैं। बीते 9 सालों में भारत में 90 हजार स्टार्टअप… दुनिया में हम स्टार्टअप के मामले में तीसरे नंबर पर हैं। इतने कम समय में देश में 108 यूनिकॉर्न बने।
पीएम ने खेल की दुनिया का जिक्र करते हुए कहा कि खिलाड़ी अपना रुतबा दिखा रहे हैं। स्पोट्र्स के अंदर भारत का परचम हमारे बेटे और बेटियां दोनों लहरा रहे हैं। शिक्षा क्षेत्र में भारत आगे बढ़ रहा है। वहीं बेटियों की भागीदारी बराबर होती जा रही है। देश में इंजीनियरिंग, मेडिकल कॉलेजों की संख्या तेजी से बढ़ रही है।
पीएम ने यूपीए की सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि 2004 से 2014 आजादी के इतिहास में घोटालों का समय रहा। कश्मीर से कन्याकुमारी, भारत के हर कोने में आतंकवादी हमलों का सिलसिला 10 साल चलता रहा। हर नागरिक असुरक्षित था। 10 साल में जम्मू-कश्मीर में हिंसा होती रहती थी। आज हर मौके को मुसीबत में पलटना यूपीए की पहचान बन गई है।
पीएम मोदी ने कहा कि पूरी दुनिया में भारत ब्लैकआउट चर्चा में आया। देश के विकास में ऊर्जा का अपना एक महत्व होता है। भारत की ऊर्जा शक्ति के उभार की दिशा में चर्चा की जरूरत थी। इस सदी के दूसरे दशक में भारत की चर्चा ब्लैकआउट के नाम पर हुई है।
पीएम ने अपने भाषण में लोकतंत्र में आलोचना का महत्व बताया। उन्होंने कहा कि सदियों से लोकतंत्र हमारी रगों में पनपा हुआ है। आलोचना लोकतंत्र की मजबूती के लिए, लोकतंत्र की आत्मा के लिए आलोचना एक शुद्धि यज्ञ है। बहुत दिनों से इंतजार कर रहा हूं कोई तो आलोचना करेगा, लेकिन आरोपों में 9 साल गंवा दिए। चुनाव हारने पर ईवीएम को दोष, चुनाव आयोग को गाली… क्या तरीका है।
पीएम मोदी ने कहा कि यहां कुछ लोगों को हार्वर्ड का क्रेज है। उन्होंने कहा कि कोरोना काल में ऐसा ही कहा गया था कि भारत की बर्बादी पर हार्वर्ड में स्टडी होगी। कल फिर सदन में हार्वर्ड यूनिवर्सिटी की स्टडी की बात हुई। पीएम ने कहा मुझे विश्वास है कि भविष्य में कांग्रेस की बर्बादी पर हार्वर्ड ही नहीं बड़ी-बड़ी यूनिवर्सिटियों में भी स्टडी होगी और कांग्रेस को डुबाने वाले लोगों पर भी स्टडी होगी।
पीएम ने कहा कि कई बस्तियों में पहली बार जल, बिजली पहुंची है। 140 करोड़ देशवासियों का आशीर्वाद मेरा सुरक्षा कवच है। उन्होंने विपक्ष को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि गालियों और झूठ के शस्त्र से इस सुरक्षा कवच को कभी भेद नहीं सकते हो। हमारी सरकार कुछ बातों के लिए प्रतिबद्ध है। समाज के वंचित वर्ग को वरीयता उस संकल्प को लेकर हम जी रहे हैं।
सदन में दिखा प्रधानमंत्री मोदी का शायराना अंदाज
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि कुछ लोगों के भाषण के बाद पूरा ईकोसिस्टम, समर्थकज्उछल रहे थे। और खुश होकर कहने लगे, ये हुई न बात! मैं कल देख रहा था। कुछ लोगों के भाषणों के बाद, कुछ लोग खुशी से कह रहे थे, ये हुई ना बात। ये कह के हम दिल को बहला रहे हैं, वो अब चल चुके हैं, वो अब आ रहे हैं।
प्रधानमंत्री मोदी ने तंज कसते हुए कवि दुष्यंत कुमार की कविता पढ़ी। उन्होंने कहा कि तुम्हारे पांव के नीचे कोई जमीन नहीं, कमाल यह है कि फिर भी तुम्हें यकीन नहीं… बिना सिर-पैर की बातें करने के आदि होने के कारण इनको यह भी याद नहीं रहता कि पहले क्या कहा था।
भविष्य में कांग्रेस की बर्बादी का होगा अध्ययन
इसी बीच उन्होंने हार्वर्ट का जिक्र करते हुए कहा कि यहां कुछ लोगों को हार्वर्ड स्टडी का बड़ा क्रेज है। कोरोनाकाल में कांग्रेस ने कहा था कि भारत की बर्बादी पर हार्वर्ड में स्टडी होगी। बीते वर्षों में हार्वर्ड में एक बहुत बढिय़ा स्टडी हुई है, उसका टॉपिक है, द राइज एंड डिक्लाइन ऑफ इंडियाज कांग्रेस पार्टी। उन्होंने कहा कि मुझे विश्वास है कि भविष्य में कांग्रेस की बर्बादी पर सिर्फ हार्वर्ड में ही नहीं, विश्व के बड़े-बड़े विश्वविद्यालयों में अध्ययन होना ही है।
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि गणतंत्र प्रमुख के रूप में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू की उपस्थिति ऐतिहासिक होने के साथ-साथ देश की बेटियों और बहनों के लिए प्रेरणादायी भी है। उन्होंने कहा कि मैं राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद देता हूं और यह मेरा सौभाग्य रहा है कि पहले भी कई बार यह अवसर प्राप्त हुआ है, लेकिन इस बार धन्यवाद के साथ उनका अभिनंदन भी करना चाहता हूं।
मोदी बोले- देश के लिए जीवन खपाया
विपक्ष के हमलों पर मोदी ने कहा- जो अहंकार में डूबे हैं, ऐसी सोच में जीने वालों को लगता है कि मोदी को गाली देकर ही हमारा रास्ता निकलेगा, कीचड़ उछालकर रास्ता निकलेगा। 22 साल बीत गए और वे गलतफहमी ही पालकर बैठे हैं। मोदी पर भरोसा अखबार की सुर्खियों से नहीं पैदा हुआ है, टीवी पर चमकते चेहरों से नहीं हुआ है। हमने देश के लोगों के लिए, देश के भविष्य के लिए जीवन खपा दिया है। देशवासियों का मोदी पर भरोसा इनकी समझ के दायरे से बाहर है, इनकी समझ के दायरे से भी काफी ऊपर है।
क्या ये झूठे आरोप लगाने वालों पर, मुफ्त राशन प्राप्त करने वाले देश के 80 करोड़ भारतवासी कभी भरोसा करेंगे क्या। वन नेशन-वन राशन कार्ड देशभर में कहीं पर भी गरीब से गरीब को भी राशन मिल जाता है। वो आपके गलत-गलीज आरोपों पर भरोसा नहीं करेगा। जिन 11 करोड़ किसानों के खाते में साल में 3 बार पैसे जमा होते हैं, वो आप पर भरोसा नहीं करेगा। जो झुग्गी-झोपड़ी में रहता था, उन्हें घर मिले हैं, उनको तुम्हारी गालियों, झूठी बातों का भरोसा क्यों करेगा। 9 करोड़ लोगों को मुफ्त गैस कनेक्शन मिला, वो इनका झूठ कैसे स्वीकार करेगा
देश के 140 करोड़ लोग मेरा सुरक्षा कवच
मोदी ने कहा- आपकी गालियों-आरोपों को कोटि-कोटि भारतीयों से होकर गुजरना पड़ेगा। जिनको दशकों तक मुसीबतों के बीच जिंदगी जीने के लिए तुमने मजबूर किया था। कुछ लोग अपने लिए, अपने परिवार के लिए बहुत कुछ तबाह करने पर लगे हुए हैं। अपने, अपने परिवार के लिए जी रहे हैं। 140 करोड़ लोग मेरा सुरक्षा कवच हैं। झूठ के हथियार से आप इस सुरक्षा कवच को आप नहीं भेद सकते। ये विश्वास का सुरक्षा कवच है। समाज के वंचितों को वरीयता के संकल्प को लेकर हम जी रहे हैं,चल रहे हैं। दशकों तक दलित-पिछड़े-आदिवासी को छोड़ दिया गया था। वो सुधार नहीं आया,जो संविधान निर्माताओं ने सोचा था। 2014 के बाद सर्वाधिक लाभ इन्हीं परिवारों को मिला है।
राष्ट्रपति के भाषण के दौरान सदन में विपक्ष पर कटाक्ष करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि जब राष्ट्रपति जी का भाषण हो रहा था तो कुछ लोग कन्नी भी काट गए। एक बड़े नेता महामहिम राष्ट्रपति जी का अपमान भी कर चुके हैं। उन्होंने कहा, जनजातीय समुदाय के प्रति नफरत भी दिखाई दी है और हमारे जनजातीय समाज के प्रति उनकी सोच क्या है, लेकिन जब इस प्रकार की बातें टीवी के सामने कही गईं तो भीतर पड़ा हुआ जो नफरत का भाव था, वो सच बाहर आ ही गया।

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