सात चरण में हुआ चुनाव और इस दौरान चला लंबा प्रचार अभियान थम चुका है, अब सबकी निगाहें 4 जून को आने वाले परिणामों पर टिक गई हैं। इन सबके बीच शनिवार को विभिन्न सर्वे एजेंसियों की रिपोर्ट पर आधारित एग्जिट पोल के नतीजों ने भाजपा और एनडीए को भरपूर जोश से भर दिया है।एक तरफ जहां मोदी सरकार 400 पार के जादूई आंकड़े को प्राप्त करते हुए तीसरी बार सत्तासीन होने जा रही है तो यूपी में भी बेहतरीन परिणाम प्राप्त होने की उम्मीद है।
वहीं अब इस बात पर भी चर्चा हो रही है कि यूपी में मोदी और योगी की जोड़ी एक बार फिर सुपरहिट साबित हुई है। लोकसभा चुनाव के दौरान दोनों नेताओं के बीच आपसी केमेस्ट्री भी काफी मजबूत दिखी। एग्जिट पोल में यूपी के शानदार परिणामों ने भी मोदी योगी के बीच बेहतरीन टीम वर्क होने का पुख्ता प्रमाण पेश किया है।
हाथ पकड़कर आगे से जाने का किया इशारा
मेरठ से लेकर मीरजापुर तक प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ तकरीबन 21 कार्यक्रमों में एक दूसरे के साथ रहे। इस दौरान 13 जनसभाएं, 5 रोड शो, वाराणसी में नामांकन और काशी विश्वनाथ मंदिर व काल भैरव मंदिर में दर्शन-पूजन के दौरान दोनों नेताओं का एक दूसरे के प्रति सम्मान और आपसी विश्वास को बढ़ाने वाले संवादों की चर्चाएं हर जगह हुईं।
वहीं इसके अलावा इस दौरान के कई वीडियो भी सोशल मीडिया पर खूब वायरल हुए, जिसने प्रधानमंत्री मोदी और मुख्यमंत्री योगी के बीच बढ़ रहे भरोसे को और भी पुख्ता किया। इनमें पीलीभीत में आयोजित जनसभा के दौरान जब मुख्यमंत्री मंचीय उद्बोधन के लिए प्रधानमंत्री के पीछे से डायस की ओर जाना चाहते थे, तभी प्रधानमंत्री द्वारा उनका हाथ पकड़कर सामने से जाने के लिए आग्रह करना सोशल मीडिया के विभिन्न प्लेटफॉर्म पर जबरदस्त वायरल हुआ।
इसके अलावा काशी विश्वनाथ मंदिर में प्रधानमंत्री को त्रिशूल भेंट करने वाले वीडियो को भी इंटरनेट यूजर्स ने हाथों हाथ लिया और ये वीडियो भी लंबे समय तक ट्रेंडिंग बना रहा।
‘हमारे योगी जी’, ‘मेरे योगी जी’
पीएम मोदी के साथ 21 कार्यक्रमों में से 15 जनसभाओं में मोदी-योगी ने एक दूसरे के प्रति अपने विश्वास को खुलकर प्रदर्शित किया। प्रधानमंत्री ने सीएम योगी को अपना मुख्यमंत्री बताते हुए खुद को इस बात के लिए गौरवान्वित महसूस करने वाला बताया कि योगी जैसा साथी उनके साथ है। वहीं योगी के कार्यों की तारीफ तो उन्होंने हर कहीं की।
खासकर प्रदेश की कानून व्यवस्था में हुए जबरदस्त सुधार को पीएम मोदी ने अपनी हर रैली में सराहा। ‘हमारे योगी जी’, ‘मेरे योगी जी’ जैसे प्रधानमंत्री के संबोधनों ने भी दोनों नेताओं के बीच प्रगाढ़ रिश्तों को प्रदर्शित किया। वहीं जनता भी ‘मोदी है तो मुमकिन है और योगी है तो यकीन है’ के नारों से दोनों नेताओं की जोड़ी को यूपी में खूब पसंद किया।
हरदम मोदी के दाहिने तरफ दिखे योगी
फिर एक बार मोदी सरकार और अबकी बार 400 पार के मिशन में अहर्निश जुटे योगी ने बीते दो माह में यूपी के सभी 80 सीटों पर प्रचार किया। इनमें से कई सीटों पर तो योगी दो से तीन बार चुनाव प्रचार करने पहुंचे। वहीं इसके अलावा कुल 12 राज्य और दो केंद्र शासित प्रदेशों में योगी ने जनसभाएं करके प्रधानमंत्री के पक्ष में मतदान की अपील की।
इसके साथ ही प्रदेश में प्रधानमंत्री के साथ हर बड़े मंच पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ साए की तरह साथ रहे। जनसभाएं ही नहीं, मंदिरों में दर्शन-पूजन से लेकर पीएम के नामांकन में भी योगी प्रधानमंत्री के साथ साथ दिखे। वहीं चाहे रोड शो हो या जनसभाएं मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ हरदम पीएम मोदी के दाहिनी तरफ दिखे, जिससे भी जनता के बीच बड़ा संदेश गया।
यूपी में कब-कब एक साथ दिखे मोदी-योगी
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के साथ जिन जनसभाओं में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ साए की तरह साथ साथ दिखे उनमें मेरठ (31 मार्च), सहारनपुर (6 अप्रैल), पीलीभीत (9 अप्रैल), अमरोहा (19 अप्रैल), अलीगढ़ (22 अप्रैल), आगरा (25 अप्रैल), इटावा (5 मई), लालगंज (16 मई), बाराबंकी (17 मई), वाराणसी में नारी शक्ति संवाद कार्यक्रम (21 मई), बस्ती (22 मई), गाजीपुर (25 मई), मीरजापुर/रॉबर्टसगंज (26 मई) शामिल हैं।
इसके अलावा यूपी में पीएम मोदी ने मुख्यमंत्री के साथ पांच बड़े रोड शो किये, जिनमें गाजियाबाद में रोड शो (6 अप्रैल), बरेली में रोड शो (26 अप्रैल), कानपुर में रोड शो (4 मई), अयोध्या में रोड शो (5 मई) और वाराणसी में रोड शो (13 मई) हैं। साथ ही वाराणसी में प्रधानमंत्री के साथ काल भैरव मंदिर और श्रीकाशी विश्वनाथ धाम में दर्शन-पूजन (13 मई) और वाराणसी में ही पीएम मोदी के नामांकन (14 मई) में मुख्यमंत्री परछाईं की तरह साथ रहे।