अवधनामा संवाददाता
गांधी पार्क में बिजली की अघोषित कटौती के खिलाफ धरना प्रदर्शन ज्ञापन दिया
अयोध्या । जनता बिजली कटौती से त्राहिमाम कर रही है।पूरे प्रदेश में बिजली कटौती का संकट लोग झेल रहे हैं गर्मी की वजह से अस्पतालों में लोग भर्ती हो रहे हैं और मौतें हो रही हैं अकेले पूर्वांचल में सैकड़ों लोगों की मौतें हो चुकी हैं.अस्पतालों में भर्ती मरीज गर्मी से बेहाल होकर भाग रहे हैं और गर्मी के कारण तमाम बीमारियों का शिकार हो रहे हैं. ये बेहद दुर्भाग्य है कि 21वी सदी में लोगों को बिजली जैसी मूलभूत आवश्यकता की पूर्ति नहीं हो रही है. बिजली आपूर्ति न होने की वजह से गर्मी के कारण लोगों की मौत हुई है ये मौत नहीं हत्या है. लोगों की मौतों पर भाजपा के मंत्री संवेदनहीन बयान दे रहे हैं ये दुःखद है.
वहीं दूसरी तरफ दिल्ली की केजरीवाल सरकार बिना कटौती 24 घंटे बिजली दिल्ली की जनता को उपलब्ध करा रही है. उत्तर प्रदेश की जनता योगी सरकार से जानना चाहती है कि जब दिल्ली की जनता को मुफ्त और बिना कटौती 24 घंटे बिजली उपलब्ध हो सकती है तो उत्तर प्रदेश की जनता को देश में सबसे महंगी और बिना कटौती 24 घंटे बिजली क्यों नहीं उपलब्ध हो पा रही है ? जबकि भारतीय जनता पार्टी ने चुनाव के दौरान उत्तर प्रदेश की जनता को मुफ्त और 24 घंटे बिजली देने का वादा किया था आखिर यह वादा जुमला क्यों हो गया? जनता जानना चाहती है।आज उत्तर प्रदेश में 27000 मेगावाट बिजली की जरूरत है, और मात्र 4 हजार मेगावाट बिजली का उत्पादन हो रहा है. 23 हजार मेगावाट बिजली बाहर से खरीदी जा रही है.उसके बाबजूद 10- 12 घंटे की बिजली कटौती होती है. अघोषित बिजली कटौती से लोग बेहद परेशान है। बिजली विभाग में वर्तमान में 1 लाख कर्मचारियों की जरूरत है लेकिन मात्र 34 हजार कर्मचारी बिजली विभाग में कार्यरत हैं. 66 हजार बिजली कर्मचारियों की कमी है जिसकी वजह से विभाग ठीक से काम नहीं कर पा रहा है. ट्रांसफार्मर फूंक जा रहे है, जगह जगह तार टूट रहे है. कर्मचारियों के अभाव में काम नहीं हो पा रहा है और लोग गर्मी में रहने को मजबूर है।