अवधनामा संवाददाता
अवधनामा (सोनभद्र/ब्यूरो )। सचारी रोगों पर प्रभावी नियंत्रण के उद्देश्य से राज्य सरकार के द्वारा वर्ष में तीन बार विशेष संचारी रोग नियंत्रण अभियान अप्रैल जुलाई और अक्टूबर माह में चलाया जाता है। एक अप्रैल से प्रारम्भ हुए संचारी अभियान में जनपद के 11 विभाग आपसी सहयोग एवं समन्वय से संचारी रोगों पर नियंत्रण का प्रयास करेगे। इसी क्रम में आज मुख्य चिकित्साधिकारी सोनभद्र की अध्यक्षता में संचारी की कार्यशाला आयोजित की गयी। जनपद में कार्य कर रही संस्थाओ व हंस फाउण्डेशन, वोकार्ट पेट्रोनेट, एम्बेड, एम०एम०यू० एवं मिशन हास्पिटल ने कार्यशाला में प्रतिभाग किया। द हंस फाउण्डेशन की दस, बोकार्ट की दो एवं एम०एम०यू० की चार सचल दस्ते के द्वारा जनपद के दूरस्थ, अति पिछडें एवं दुरगम क्षेत्री में त्वरित एवं सुगम स्वास्थ्य सुविधाओं को घर-घर, गाँव-गाँव पहुंचाने की योजना बनायी गयी।
इस अवसर पर मुख्य चिकित्साधिकारी सोनभद्र के द्वारा विभिन्न संस्थाओं के जिला समन्वयक को निर्देशित किया गया कि सभी 16 एम्बुलेंस को प्रत्येक परिस्थिति में पूरी तरह दवा, जॉच किट, क्लोरीन टैबलेट, ओ०आर०एस०, ब्लीचिंग पाउडर, चिकित्सक एवं पैरामेडिकल से लैस रखा जाय। सूचना मिलने के तत्काल बाद घटना स्थल पर प्रभावी कार्यवाही सुनिश्चित की जाय। किसी भी एपीडेमिक की सूचना संचारी के कन्ट्रोल रूम के मो० नं0-7317785768 पर तत्काल प्रेषित की जाय।
संचारी के नोडल अधिकारी डा० प्रेम नाथ ने हाई रिस्क एरिया की सूची देते हुए निर्देशित किया कि ऐसे ग्राम जहा पूर्व में डायरिया, मलेरिया एवं डेगू की एपीडेमिक हो चुकी है यहाँ प्राथमिकता के तौर पर शिविर लगाकर सम्भावित रोगियों की जाँच उपचार एवं प्रचार प्रसार किया जाय।
संचारी अभियान में टी०बी० पर प्रभावी नियंत्रण के उद्देश्य से नोडल अधिकारी डा० आर०जी० यादव ने टी०बी० कार्यक्रम की पूरी जानकारी से अवगत कराया तथा निर्देशित किया कि हाई रिस्क ग्रुप के रोगियों की जाँच अवश्य करा लें। सभी स्वास्थ्य केन्द्रों में टी०बी० की जाँच एवं उपचार मुफ्त उपलब्ध है। एपीडेमिक सेल के नियंत्रण अधिकारी डा० सुमन जायसवाल ने बताया कि प्राकृतिक आपदा सर्प दंश, आकासीय विजली से मृत्यु की दशा में मृतक के परिजनो को चार लाख रूपये की आर्थिक सहायता देने का प्रावधान सरकार के द्वारा किया गया है। जिला मलेरिया अधिकारी सोनभद्र के द्वारा समस्त सचल दस्ते को मलेरिया डेगू के रोगियों की जाँच उपचार करने हेतु आदेशित किया गया।
कार्यक्रम में डा० सुमन जायसवाल, आशीष आई०डी०एस०पी०, मलेरिया निरीक्षक देवाशीष, अनिल दूबे, वोकार्ट फाउण्डेशन से इफ्तेखार अहमद, द हंस फाउण्डेशन से रितेश, विदेह राज, एम०एम०यू० से ज्ञान कुमार, एम्बेड से आजाद यादव इत्यादि उपस्थित रहें।