महोबा । विधान परिषद सदस्य जितेन्द्र सिंह सेंगर ने किसानों की मूंगफली एमएसपी पर खरीद में प्रदेश के अधिकारियों, कर्मचारियों, खरीद केन्द्र प्रभारियों पर गंभीर भ्रष्टाचार का आरोप लगाते हुए सदन में उच्च स्तरीय जांच कराए जाने की मांग की है।
एमएलसी ने सदन में आरोप लगाया है कि बुन्देलखण्ड के जनपद. महोबा के मूंगफली की फसल को सरकारी क्रय केन्द्रों पर सरकार द्वारा किसानों को दिया जा रहा एमएसपी का लाभ मूंगफली किसानों को न देकर साजिशन सीधे क्रय केन्द्रों के विभागीय अधिकारियों और कर्मचारियों की मिलीभगत से मूंगफली के बड़े व्यापारियों, बिचौलियों को लाभ पहुंचाया गया है। जिन किसानों की सरकारी खरीद केन्द्रो में मूंगफली बिक भी गयी है वह अधिकतर किसान आज भी सिक्स आरण् पाने के लिये खरीद केन्द्रों के चक्कर लगा रहे है।
एमएलसी ने सदन में बताया कि मूंगफली खरीद केन्द्रों में खुलेआम भ्रष्टाचार कर सरकार की नीतियों का पालन नही किया गया। जिन किसानों ने अपनी मूंगफली केन्द्रों पर बेची उनसे आर्थिक रूप से सुविधा शुल्क के नाम पर 1000 से 1500 रूपये तक प्रति कुतंल के हिसाब से वसूले गये, जिन मूंगफली किसानों ने सुविधा शुल्क नही दिया वह केन्द्रो पर मूंगफली बेचने से वचित रह गये। उन्होंने सदन को अवगत कराया कि उक्त सम्बन्ध में एक क्रय केन्द्र में विभागीय अधिकारी द्वारा एफआईआर भी दर्ज करायी गयी है। भ्रष्टाचार के कारण मूंगफली किसानों में सरकार एंव जनप्रतिनिधियों के विरूद्ध आक्रोश व्याप्त है, जिसकी उच्चस्तरीय जांच करायी जाना जनहित में आवश्यक है। श्री सेंगर ने मांग रखी कि मूंगफली खरीद के लिए हुए पंजीयन से लेकर बिक्री की जांच करायी जाए तथा उच्चस्तरीय जांच कराते दोषी अधिकारियों कर्मचारियों के विरूद्ध कठोर कार्यवाही अविलम्ब कराये जाने की मांग की।
Also read