अवधनामा संवाददाता
सोनभद्र/रेणुकूट। पिछले कुछ वर्षों में देखा गया है कि भारत ड्रग्स और मादक पदार्थों की गिरफ्त में आ चुका है। आज का युवा वर्ग ही इससे ज्यादातर प्रभावित है। युवा नशे की लत में पड़ कर अपना जीवन बर्बाद कर रहा है। आंकड़ों की बात करें तो एक रिपोर्ट के अनुसार लगभग 7.13 करोड़ लोग तरह-तरह के नशों की गंभीर लत से जूझ रहे हैं। रिपोर्ट के आंकड़े यह भी बताते हैं कि देश की लगभग 20 प्रतिशत आबादी (10-75 वर्ष के बीच की) विभिन्न प्रकार के नशे की चपेट में है। कुछ रिपोर्ट्स बच्चों के भी बड़ी संख्या में नशे की चपेट में आने की जानकारी देती हैं। इन सभी आंकड़ों पर गौर करें तो स्थिति की गंभीरता का पता चलता है। ऐसे में नशे की रोकथाम के लिए व्यापक प्रयास बेहद आवश्यक हो चला है।
औद्योगिक नगरी कहे जाने वाला अपना जिला सोनभद्र भी ड्रग्स की इन बेड़ियों में कस कर बंधा हुआ है। यहां भी ड्रग्स ने अपनी जड़ें मजबूत कर ली हैं जिससे यहां का अधिकतर युवा सहित श्रमिक वर्ग भी इससे अछूता नहीं है। इस गंभीर समस्या से निपटने के लिए अब हिण्डालको जनसेवा ट्रस्ट एवं अभय ह्यूमन वेलफेयर सोसाइटी ने कमर कस ली है। इसी क्रम में दोनों संगठनों के संयुक्त तत्वावधान में रेणुकूट एवं आस-पास के क्षेत्र को मादक पदार्थों से मुक्त कराने के उद्देश्य से आगामी 3 दिसम्बर को रामलीला मैदान में एक जागरुकता शिविर का आयोजन किया जाएगा। इस प्रयास के अंतर्गत युवाओं को जागरुक कर न सिर्फ नशे की लत से निजात दिलाने में सहयोग किया जाएगा बल्कि समाज की मुख्य धारा से जुड़ने को प्रेरित भी किया जाएगा। वहीं आने वाले समय में हिण्डालको जनसेवा ट्रस्ट एवं अभय ह्यूमन वेलफेयर सोसाइटी के संयुक्त प्रयास से रेणुकूट में एक ड्रग मुक्ति केंद्र भी खोला जाएगा जिससे कई परिवारों को उजड़ने से बचाया जा सके। इसी पहल को मूर्त रूप देने के लिए इस अभियान को प्रोजेक्ट संकल्प का नाम दिया गया है जिसका नारा है- एक युद्ध नशे के विरुद्ध।