अवधनामा संवाददाता
राज्यमंत्री ने किया सरकार के 100 दिनों के काम काज का ब्योर
ललितपुर। जनपद दौरे पर आये पिछडा वर्ग कल्याण एवं दिव्यांगजन अधिकारिता मंत्रालय स्वतंत्र प्रभार राज्यमंत्री नरेन्द्र कश्यप ने वृक्षारोपण अभियान का शुभारंभ किया। उन्होनें अधिकारियों एवं पार्टी कार्यकर्ताओं के साथ पौंघ रोपित कर सरकार की इस महत्वाकांक्षी योजना को जिम्मेदारी से निभाने की बात कही। उन्होनें पीडब्लूडी गेस्ट हाउस में एक प्रेस वार्ता की। जिसमें उन्होनें सरकार के 100 दिनों का रिपार्ट कार्ड पेश किया। किन्तु पत्रकार वार्ता के दौरान उन्हे अपने ही विभाग के कार्यो की जानकारी का अभाव रहा। उन्हौनें मोटे मोटे तौर पर कहा कि पूरे प्रदेश में 25 करोड वृक्ष लगाने का प्रदेश सरकार द्वारा लक्ष्य निर्धारित किया गया है। इस सापेक्ष में जनपद में कुल 65 लाख वृक्ष रोपित किये जाएंगें। इसके साथ उन्हौनें दिव्यांगजनों के लिए मिलने वाली पेंशन को 300 रूपये से बढाकर 100 करने, और इस पेंशन को 1500 रूपये करने की योजना है। तो वहीं उन्हौनें शादी अनुदान के बारे में बताया कि शादी अनुदान के सौ प्रतिशत प्रदान कर दिया गया है। इतना ही नही उन्होनें कहा कि पिछले कार्यकाल में 90 प्रतिशत वृक्ष जीवित है। यह बात वहां बैठे किसी को भी हजम नही नही हुयी। राज्यमंत्री ने बताया कि प्रदेश में 10000 युवाओं को प्रत्यक्ष रूप से नौकरी दी गयी। वहीं 23 लाख किसानों की उपज का 23 हजार करोड रूपये भुगतान भी कर दिया है। किसानों को सम्मान निधि मिलने से प्रदेश में खुशहाली लौट आयी है। पत्रकारों द्वारा कई सवाल पूछे गये किन्तु राज्यमंत्री ने जबाब देने के बजाय पत्रकारों की मेल पर सूचना भेजने की बात कही। पिछडा वर्ग कल्याण एवं दिव्यांगजन अधिकारिता में फैले भ्रष्टाचार के बारे में मंत्री ने पल्ला झाड लिया, कहा कि उनके विभाग में अभी तक कोई भी भ्रष्टाचार नही हुयी, न ही उनके पास कोई शिकायत आयी है। पहले मंत्री जी बोले की पूर्व में मंहगाई दर 12 प्रतिशत भी अब घटकर 2.9 प्रतिशत पर पहुंच गयी है। लेकिन वह जो बोले उस पर वह बदल गये। उन्हौनें कहा कि बेरोजगारी दर की बात कह रहे हैं। पलायन पर जबाब देते हुये कहा कि पलायन की जानकारी उनके संज्ञान में नही है। यदि ऐसा कोई मामला आता है, तो जांच करायी जाएगी। पत्रकारों द्वारा लगातार सवाल पूछे जाने से परेशान होकर सदर विधायक रामरतन कुशवाहा ने बीच प्रेस वार्ता के दौरान ही पत्रकारों को धन्यवाद ज्ञापित करने लगे। किन्तु पत्रकार नही माने वह सवाल पूछते रहे, लेकिन जानकारी के अभाव में मंत्री जी कोई ठोस जबाब नही दे सके। इस वार्ता में वह भ्रम की स्थिति में बने रहे।