नई दिल्ली।(New Delhi) दिवालिया होने की कगार पर खड़े क्रिप्टो एक्सचेंज FTX को लेकर इन दिनों चर्चा गर्म है। बीते दिनों कंपनी ने अमेरिका (America) में दिवालिया संरक्षण कानून के तहत आवेदन दिया है, जिसके बाद ये भी खबरें लगातार आ रही हैं, कंपनी की देनदारी के मुकाबले एसेट्स काफी कम है।
दिवालिया प्रक्रिया के आवेदन के बाद कंपनी के संस्थापक और सीईओ सैम बैंकमैन फ्राइड ने इस्तीफा दे दिया था। उनके इस्तीफा देने के बाद ही कंपनी के अकाउंट से अनधिकृत लेनदेन की बात सामने आई थी। इसमें कंपनी के खाते से करोड़ों डॉलर गायब हो गए हैं। ऐसे में लोगों के मन ये बड़ा सवाल उठ रहा है कि आखिर कंपनी इस हालत में कैसे पहुंची। आइए जानते हैं…
पिछले कुछ समय से फंड की कमी की आशंका के चलते ग्राहक FTX को छोड़कर जा रहे थे, जिस कारण FTX को प्रतिद्वंदी कंपनी बिनेंस को बेचने का फैसला किया था। बिनेंस से डील रद होने के 24 घंटे के अंदर ही कंपनी ने बीते शुक्रवार को दिवालिया के आवेदन कर दिया था। इस आवेदन में सैम बैंकमैन-फ्राइड हेज फंड और अल्मेडा रिसर्च सहित कंपनी से संबंधित 130 सहायक कंपनियों का भी नाम शामिल किया गया है।