अवधनामा संवाददाता
रामसनेहीघाट जाते समय गिरफ्तार किये गये कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष
सपा के प्रतिनिधिमंडल ने राज्यपाल को संबोधित ज्ञापन डीएम को सौंपा
एआईएमआईएम ने भी दिया ज्ञापन एसडीएम को घेरा
बाराबंकी। (Barabanki) रामसनेहीघाट क्षेत्र में मस्जिद ध्वस्तीकरण के मामले ने अब राजनीतिक रंग लेना शुरू कर दिया है। कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू को जहां मौके पर जाते समय पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। वहीं समाजवादी पार्टी के नेताओं ने प्रतिनिधिमंडल ने आज जिलाधिकारी से मिलकर राज्यपाल को संबोधित ज्ञापन सौंपा और बात की।
रामसनेहीघाट तहसील में अवैध अतिक्रमण हटाए जाने के मामले को लेकर मौके पर जा रहे कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू को हाईवे पर चौपुला के पास पुलिस ने हिरासत में ले लिया। इस मामले में वह नसीमुद्दीन सिद्दीकी के साथ पूर्व सांसद पीएल पुनिया के आवास पर पत्रकारों से वार्ता में करने वाले थे। उनके रामसनेहीघाट जाने को लेकर लखनऊ बॉर्डर पर सुबह से ही भारी पुलिस बल तैनात रहा पर वह चकमा देकर दूसरे रास्ते से सागर कॉलेज के सामने चौपुला पर पहुंच गए जहां मौजूद सीओ सीमा यादव ने उन्हें हिरासत में ले लिया। इस दौरान कांग्रेस नेताओं की उपजिलाधिकारी से तीखी बहस भी हुई। लेकिन प्रशासन तैयार नहीं हुआ। इस दौरान प्रदेश अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू ने सरकार पर निशाना साधा और कहा कि यह सरकार हर मोर्चे पर विफल है । लोग ऑक्सीजन , वेंटिलेटर और इलाज के अभाव में मर रहे हैं । लोगों का इस सरकार से भरोसा उठ चुका है । सरकार धार्मिक विद्वेष फैला कर हिन्दू मुसलमान में बांट कर दोबारा सत्ता हासिल करना चाह रही है । हम चाहते हैं कि पूरे प्रकरण की जांच उच्च न्यायालय की देखरेख में हो और दूध का दूध पानी का पानी हो । हिरासत में लिए जाने से नाराज प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि हम मौके पर जाकर स्थानीय लोगों से वार्ता करना चाह रहे थे लेकिन प्रशासन ने हमें जाने नही दिया। लेकिन कांग्रेस पार्टी बैठने वाली नही है न्याय के लिए बात की जायेगी।
उधर समाजवादी पार्टी के प्रतिनिधिमंडल ने जिलाधिकारी डा. आदर्श सिंह से मुलाकात की। जहां इस घटना के बारे में बातचीत कर डीएम को राज्यपाल के नाम का ज्ञापन सौंपा। सपा के इस प्रतिनिधिमंडल में वरिष्ठ नेता एवं पूर्व मंत्री हाजी फरीद महफूज किदवई पूर्व सांसद राम सागर रावत पूर्व कैबिनेट मंत्री अरविंद सिंह गोप, पूर्व कैबिनेट मंत्री राकेश वर्मा, सपा विधायक सुरेश यादव, सपा एमएलसी राजेश यादव राजू के साथ सपा विधायक गौरव रावत शामिल रहे।
जिलाधिकारी से मुलाकात के बाद समाजवादी पार्टी प्रतिनिधिमंडल ने बाराबंकी के राम सनेही घाट में 100 साल पुरानी मस्जिद को ध्वस्त किए जाने की घटना को निंदनीय बताया। पूर्व मंत्री फरीद महफूज किदवई ने कहा कि चुनाव आते ही भाजपा एक बार फिर इसी के बहाने नफरत की राजनीति से धार्मिक उन्माद फैलाना चाहती है। जनता को इससे सतर्क रहने की जरूरत है। 100 वर्ष पुरानी मस्जिद तोड़ना सत्ता का दुरुपयोग है। भाजपा का ऐसे कृत्यों में संलिप्त रहने का इतिहास रहा है।
इसी क्रम में आल इण्डिया मजलिस – ए – इल्लेहादुल मुसलमीन की ओर से राष्ट्रपति को संबोधित ज्ञापन जिलाधिकारी को दिया गया। ज्ञापन में बाराबंकी जिलाध्यक्ष मो0 खतीब अल्वी ने कहा है कि बाराबंकी जिले की तहसील रामसनेहीघाट परिसर में वक्फ बोर्ड ( सुन्नी ) की जमीन पर मस्जिद गरीब नवाज़ अरसा 100 वर्ष पूर्व से अंग्रेज सरकार के समय से ही आबाद थी तथा मस्जिद में निर्माण के समय से ही हमेशा नमाज़ पढ़ी जाती रही। विगत माह मार्च 2021 में उपजिलाधिकारी रामसनेहीघाट ने अधार्मिकता दिखाते हुए बगैर किसी विवाद के अपने मानसिक विद्वेष के कारण उक्त मस्जिद में नमाज पढ़ने पर रोक लगा दी तथा गांव के सैकड़ों लोगों पर फर्जी मुकदमात कायम करा दिये। मस्जिद गरीब नवाज़ की कमेटी ने उक्त प्रकरण के बाबत उच्च न्यायालय खण्डपील लखनऊ में याचिका प्रस्तुत की गई जो जेरे सुनवायी है। इसी बीच कोविड 19 के कारण उच्च न्यायालय ने अपने प्रकीर्ण आदेश में 31 मई तक किसी भी तरह के अवैध अथवा न्यायालय में विचाराधीन मामले से सम्बन्धित निर्माण हटाये जाने पर रोक लगा दी है । न्यायालय के स्पष्ट आदेश के बावजूद उपजिलाधिकारी रामसनेहीघाट ने उच्च न्यायालय के आदेश की अवमानना करते हुए स्थानीय पुलिस के साथ अल्पसंख्यक समुदाय को भयभीत करते हुए उक्त गरीब नवाज़ मस्जिद को शहीद करवा दिया गया है । उपजिलाधिकारी कार्य निन्दनीय होने के साथ – साथ आपराधिक कार्यवाही की प्रवृत्ति में आता है। उक्त परिस्थिति को देखते हुए उपजिलाधिकारी रामसनेही घाट के विरुद्ध विधिक कार्यवाही की संस्तुति करते हुए मस्जिद गरीब नवाज़ स्थित तहसील परिसर रामसनेही घाट का पुर्ननिर्माण कराया जाये।
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