अवधनामा संवाददाता
ललितपुर। प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय वरदानी भवन में राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ (आरएसएस) की मीटिंग आयोजित की गई, जिसमें ब्रह्माकुमारी प्रीति बहन ने संस्था का परिचय और परमात्मा का संदेश देते हुए कहा कि प्रत्येक मनुष्य का शरीर जिस देश की भूमि व जल-वायु आदि से बना होता है। उसके प्रति सच्ची निष्ठा व समर्पण तो होना ही चाहिए। आजकल धर्म का स्थान मत-मतान्नतरो ने ले लिया है। मत-मतान्तर न भी हो तो मनुष्य का जीवन बना रहता है परंतु देश न हो तो मनुष्य जीवित नहीं रह सकता। धर्म तो कर्तव्य व सत्य का पर्याय शब्द है। सनातन वैदिक धर्म सत्य के पालन की उदात्त भावना को अपने भीतर संजोए हुए हैं। वेद की शिक्षा है कि ‘भूमि मेरी माता है और मैं इसका पुत्र हूं। यह शिक्षा अथर्ववेद की है। मेरा धर्म है कि मैं जिस देश में उत्पन्न हुआ हूं उसे अपनी मातृभूमि मानकर उसका स्तवन एवं उसकी उन्नति में संलग्न रहूं। एवं मीटिंग में सम्मिलित हुए मुख्य अतिथि घनश्याम (कानपुर प्रांत संपर्क प्रमुख) ने कहा की सभी मनुष्यों का धर्म है कि वह अपने देश व मातृभूमि को अपनी माता के ही समान सम्मान व आदर प्रदान करें। उसकी उन्नति व रक्षा के लिए अपने प्राण न्योछावर करने के लिए तत्पर रहें। इस कार्यक्रम में भ्राता रामकेश (कानपुर प्रांत सहयोगी संपर्क प्रमुख), अरविंद, जगदीश प्रसाद, कुंजबिहारी उपाध्याय, जगदीश प्रसाद भाई, पाराशर, जितेंद्र वैद्य, हरिशंकर तिवारी, गिरजा शंकर, राजेंद्र सिंह, राजेश दुबे, अजय श्रीवास्तव, संतोष साहू, मनीष साहू, संजीव लिटोरिया, डा.एन.के. पांडे, सज्जन कुमार शर्मा, कौशल किशोर गोस्वामी, डा.दीपक कुमार पाठक, डा.दिनेश तिवारी, चुन्नीलाल अहिरवार, माधव सिंह राजपूत, रामस्वरूप साहू, सोहन भाई, राहुल जैन नवभारत, कृष्णबिहारी उपाध्याय, सुनील शर्मा, अमित लखेरा, संजय नायक, आकाश ताम्रकार, विद्यासागर भाई एवं अन्य बीके भाई-बहन उपस्थित रहे।