अवधनामा संवाददाता
सुमेरपुर हमीरपुर। मेरी माटी मेरा देश की महत्ता को देखते हुये वर्णिता संस्था के तत्वावधान मे विमर्श विविधा के अन्तर्गत जरा याद करो कुर्बानी के तहत काकोरी समर के सूरमा बिस्मिल, अशफाक और रोशन के बलिदान दिवस पर संस्था के अध्यक्ष डा. भवानीदीन ने पुष्पांजलि देते हुये कहा कि ये तीनों सही अर्थों मे वे सरफरोश थे जो लगभग पच्चीस तीस वर्ष की उम्र मे स्वाधीनता संघर्ष की वेदी मे आत्माहुति दे गये। जिसे नकारा नहीं जा सकता है। बिस्मिल का जन्म 11 जून 1897 को शाहजहांपुर, अशफाक का जन्म 22 अक्टूबर 1900 को शाहजहांपुर में और रोशन सिंह का जन्म 22 जनवरी 1892 मे शाहजहांपुर मे हुआ था। 9 अगस्त 1925 को लखनऊ के निकट काकोरी स्टेशन मे दस क्रातिवीरो ने ट्रेन मे राजनीतिक डकैती डालकर गोरी सत्ता को खुली चुनौती दी थी जिसमें चालीस शूरवीर पकडे गये थे। गोरों ने न्याय का ढोंग कर शाहजहांपुर के इन तीन क्रातिकारियों को क्रमशः गोरखपुर, फैजाबाद और इलाहाबाद जेल मे फांसी पर लटका दिया था। बलिदान दिवस मनाते हुये वर्णिता संस्था ने इन सपूतों को नमन करने के बाद जिले और प्रदेश मे स्थान पाने वाले छात्र-छात्राओं को प्रतीक चिन्ह, प्रशस्ति पत्र और शाल प्रदान कर सम्मानित किया।इसके तहत हाईस्कूल परीक्षा मे प्रदेश मे दसवां तथा जिले मे दूसरा स्थान पाने वाले श्री गायत्री विद्यामंदिर इन्टर कालेज के छात्र अंश साहू, हाईस्कूल परीक्षा मे जिले मे छठवां स्थान पाने वाली छात्रा खुशी कुशवाहा तथा सुरौली बुजुर्ग से जुडे स्वतंत्रता संग्राम के सैनिक बद्री प्रसाद के परिवारीजन रामसखी और डा. सुरेंद्र गुप्ता को सम्मानित किया गया। कार्यक्रम मे अवधेश कुमार गुप्ता एडवोकेट, राजकुमार सोनी सर्राफ, रमेशचंद्र गुप्ता, अशोक अवस्थी, राजेश सहारा, प्रिस साहू, अरविंद, सिद्धा, नन्ना, ऋचा, राजेंद्र प्रेमी, बाबूलाल प्रजापति, प्रेम, राधारमण गुप्ता, संतोष प्रजापति, दीपक कुमार आदि शामिल रहे।