अवधनामा ब्यूरो
नई दिल्ली. किसान आन्दोलन को लेकर सोशल मीडिया पर चल रही तरह-तरह की खबरों के बीच किसानों ने इन भ्रामक खबरों का जवाब देने की पुख्ता तैयारी कर ली है. हरियाणा के किसानों ने अपना खुद का आईटी सेल खड़ा कर लिया है. कैथल के 45 किसानों ने 15 गाँवों के किसानों को इससे जोड़ा है.
कैथल में तैयार किया गया यह ग्रुप सोशल मीडिया पर पोस्ट की जा रही ख़बरों पर दिन भर नज़र रखता है. इन खबरों की पड़ताल की जाती है. इसके सही होने और गलत होने की जानकारी जुटाई जाती है. सच्चाई सामने आने के बाद यह भी देखा जाता है कि पोस्ट भड़काऊ तो नहीं है. माहौल बिगाड़ने वाली तो नहीं है. समाज का तानाबाना बिगाड़ने वाली तो नहीं है.
सारी बातों पर गौर के बाद सोशल मीडिया पर पोस्ट की गई आपत्तिजनक पोस्ट को हटवाने की कोशिश की जाती है. पोस्ट डालने वाले से सम्पर्क कर उसे फर्जी पोस्ट से होने वाले नुक्सान के बारे में बताया जाता है. इसके बाद भी वह अपनी पोस्ट हटाने को तैयार नहीं होता तो ग्रुप से जुड़े सदस्य उस पोस्ट पर कमेन्ट के ज़रिये लोगों को जागरूक करते हैं कि यह फर्जी पोस्ट है.
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नोयडा की एक कम्पनी में इंजीनियर रहे हरदीप सिंह लॉकडाउन में अपने गाँव में रह रहे हैं. किसान आन्दोलन को लेकर सोशल मीडिया पर चल रही भड़काऊ पोस्ट को दूसरे प्लेटफार्म पर चेक कर लेते और सच्चाई जान लेते. शुरू में हरदीप सिंह फर्जी पोस्ट पर कमेन्ट करते और बताते कि यह फर्जी है लेकिन बाद में साथियों ने आइडिया दिया कि क्यों न हम अपना खुद का आईटी सेल गठित कर लें. सभी सहमत हुए और काम हो गया.