अवधनामा ब्यूरो
नई दिल्ली. रिकार्ड तोड़ती पेट्रोल और डीज़ल की कीमतों के बीच राहत भरी एक और खबर सुनने में आ रही है. कल यह जानकारी मिली थी कि केन्द्र सरकार पेट्रोल और डीज़ल को जीएसटी के दायरे में लाने का मन बना रही है लेकिन आज यह खबर सामने आयी है कि आम आदमी को फौरी राहत देने के लिए केन्द्र सरकार पेट्रोलियम पदार्थों में टैक्स पर प्रति लीटर पांच रुपये तक की कटौती कर सकती है.
कच्चे तेल का दाम इन दिनों विश्व स्तर पर 60 डालर प्रति बैरल है. बैंक ऑफ़ अमेरिका के एनालिस्ट ने कहा है कि केन्द्र सरकार तेल पर लगने वाले टैक्स में पांच रुपये प्रति लीटर की कटौती करेगी. इससे केन्द्र सरकार पर 71 हज़ार 760 करोड़ रुपये का बोझ आयेगा.
क्रूड आयल का दाम दिसम्बर में 50 डालर प्रति बैरल था. जनवरी से जून 2021 के बीच क्रूड आयल का दाम 19 से 44 डालर प्रति बैरल के बीच रहा है. भारतीय रिजर्व बैंक द्वारा ओपन मार्केट आपरेशन के अनुमान कोनौ अरब डालर से बढ़ाकर 48 अरब डालर कर दिया है. कच्चे तेल का आयात बढ़ेगा तो घाटे में इजाफा होगा.
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पिछले एक महीने में ही तेल के दामों में पांच रुपये 23 पैसे का इजाफा हुआ है. तेल की मौजूदा कीमतें अपना रिकार्ड कायम कर चुकी हैं. सरकार ने पिछले साल मार्च और मई में पेट्रोल पर 13 रुपये और डीज़ल पर 16 रुपये प्रति लीटर का सरचार्ज बढ़ाया था, मौजूदा समय में केन्द्र सरकार पेट्रोल पर 32 रुपये 98 पैसे और डीज़ल पर 31 रुपये 83 पैसे का टैक्स वसूलती है.